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जम्मू कश्मीर ( Jammu Kashmir) में सीबीआई  (CBI) की छापेमारी, बंदूकों के नकली लाइसेंस का स्कैम आया सामने

जम्मू- कश्मीर में सीबीआई (CBI) ने कई जगहों पर छापेमारी की और करोड़ों की बंदूकों के नकली लाइसेंस के स्कैम को उजागर किया. सीबीआई (CBI) द्वारा श्रीनगर के पूर्व डीसी व आईएएस अधिकारी (IAS Officer) साहिद इकबाल चौधरी के आवास पर भी छापेमारी की गई.

Updated on: 24 Jul 2021, 04:20 PM

highlights

  • जम्मू कश्मीर में सीबीआई (CBI) ने कई जगहों पर की छापेमारी
  • करोड़ों की बंदूकों के नकली लाइसेंस के स्कैम को किया उजागर
  • कई IAS Officer व  KAS Officer दे रहे थे अपराधियों का साथ

नई दिल्ली:

जम्मू- कश्मीर में सीबीआई (CBI) ने कई जगहों पर छापेमारी की और करोड़ों की बंदूकों के नकली लाइसेंस के स्कैम को उजागर किया. सीबीआई (CBI) द्वारा श्रीनगर के पूर्व डीसी व आईएएस अधिकारी (IAS Officer) साहिद इकबाल चौधरी के आवास पर भी छापेमारी की गई. यह मामला सीबीआई (CBI) को 2018 में सौंपा गया था, जिसमें दो लाख से अधिक बंदूकों के नकली लाइसेंस को जम्मू कश्मीर से राजस्थान के लिए बैक डेट में जारी किया गया था. यह सारा कारनामा लगभग 15 सालों (2007 से शूरूआत) में किया गया. इस स्कैम में कई आईएएस अधिकारी (IAS Officer) व केएएस अधिकारी (KAS Officer)  शामिल पाए गए हैं. सीबीआई (CBI) और आगे की तहकीकात अभी कर रही है. हालांकि भारत ने इस मामले में साफ किया है कि जम्मू कश्मीर भारत का आंतरिक और अभिन्न अंग है, इसलिए जम्मू कश्मीर से जुड़ा कोई भी मुद्दा भारत का आंतरिक मामला है और इसे भारत खुद हल कर सकता है.

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2007 में शुरू हुआ था ये कारनामा

यह मामला ACB ने सीबीआई (CBI) को 2018 में सौंपा था. तब से ही सीबीआई (CBI) इस मामले में जांच-परख में लगी हुई थी, लेकिन कोई ठोस सबूत न मिल पाने के कारण यह मामला आगे नहीं बढ़ पा रहा था. लेकिन शनिवार को सीबीआई (CBI) ने मिली जानकारी के अनुसार लगातार छापेमारी की. जिसमें कई आला अधिकारियों के आवास भी शामिल थे. यह सारा कारनामा लगभग 15 सालों (2007 से शूरूआत) में किया गया. सीबीआई (CBI) और आगे की तहकीकात अभी कर रही है.

कई IAS Officer व  KAS Officer दे रहे थे अपराधियों का साथ

मिली खबर के अनुसार, इस कारनामें में कई आईएएस अधिकारी (IAS Officer) व केएएस अधिकारी (KAS Officer)  अपराधियों का साथ दे रहे थे और उनकी मिली-भगत के तहत इस स्कैम को अंजाम दिया जा रहा था. उन्होंने अपराधियों के लिए दो लाख से अधिक बंदूकों के नकली लाइसेंस को जम्मू कश्मीर से राजस्थान के लिए बैक डेट में जारी किया गया था.