Shimla: हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश के चलते राज्य के कई जिलों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. मौसम विभाग ने कांगड़ा, मंडी, सोलन और सिरमौर जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है और लोगों से अपील की है कि वे नदी-नालों और भूस्खलन संभावित इलाकों से दूर रहें.
बारिश की वजह से राजधानी शिमला के चमियाना अस्पताल जाने वाली सड़क मलबा गिरने के कारण बंद हो गई है. वहीं भट्टाकुफर इलाके में चट्टानें गिरने से कई वाहन क्षतिग्रस्त हुए हैं. संजौली वार्ड के बॉथवेल क्षेत्र में भूस्खलन से एक घर पर मलबा गिरा, जिससे मां-बेटी घर के अंदर फंस गईं. प्रशासनिक टीम और मेयर मौके पर पहुंच गए हैं और राहत कार्य जारी है.
स्कूल बंद रखने के दिए निर्देश
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हालात की गंभीरता को देखते हुए संबंधित जिलों के उपायुक्तों को निर्देश दिए हैं कि रेड अलर्ट वाले इलाकों में स्कूल बंद रखे जाएं, ताकि विद्यार्थियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके.
राज्य के मंत्री जगत सिंह नेगी ने बताया कि शिमला, सिरमौर और कांगड़ा जिलों में अचानक आई बाढ़ से भारी नुकसान हुआ है. कांगड़ा जिले के धर्मशाला में एक बिजली परियोजना स्थल पर नौ लोग बाढ़ की चपेट में आ गए, जिनमें से आठ बह गए और एक को सुरक्षित बचा लिया गया है. अब तक छह शव बरामद किए जा चुके हैं.
कई स्थानों पर टूटा संपर्क
बारिश और बाढ़ के चलते कई स्थानों पर सड़क संपर्क, बिजली आपूर्ति और पेयजल योजनाएं प्रभावित हुई हैं. इन सुविधाओं को बहाल करने के लिए प्रशासन द्वारा तेजी से कार्य किया जा रहा है. सोमवार को इस संबंध में एक समीक्षा बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें आपदा प्रबंधन, पीडब्ल्यूडी, जल शक्ति और बिजली विभाग के अधिकारी मौजूद रहेंगे.
यहां येलो अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने रविवार को ऊना, हमीरपुर, बिलासपुर, कांगड़ा, सोलन और सिरमौर में ऑरेंज अलर्ट तथा 1 से 4 जुलाई तक पूरे प्रदेश में येलो अलर्ट जारी किया है. विभाग ने इन जिलों के कुछ क्षेत्रों में बाढ़ की आशंका भी जताई है.
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