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Himachal Pradesh cloudburst: हिमाचल प्रदेश का किन्नौर जिला एक बार फिर प्राकृतिक आपदा की चपेट में आ गया है. ऋषि डोगरी घाटी में अचानक बादल फटने से लुंगपा नाले में भारी बाढ़ आ गई, जिसने पूरे इलाके में अफरा-तफरी मचा दी. इस जलप्रलय के कारण सतलुज नदी के दूसरी ओर चार लोग फंस गए और एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया। CPWD का एक कैंप भी बाढ़ में बह गया. जैसे ही प्रशासन को इस घटना की सूचना मिली, तुरंत सेना और ट्राइपीक्स ब्रिगेड की टीमें हरकत में आईं. उन्होंने रात के अंधेरे और खतरनाक भौगोलिक परिस्थितियों में भी रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया, जो अद्भुत साहस का परिचायक है.
ड्रोन से पहुंचाई राहत, रातभर सुरक्षा का इंतजाम
इस बचाव कार्य में तकनीक ने बड़ी भूमिका निभाई. विशेष ऊंचाई वाले ड्रोन (LDHA) के ज़रिए फंसे लोगों तक खाद्य सामग्री, पानी और जरूरी दवाइयां पहुंचाई गईं, जिससे वे रातभर सुरक्षित रह सके. सेना की एचएडीआर (ह्यूमैनिटेरियन असिस्टेंस एंड डिजास्टर रिलीफ) टीम ने इलाके को रोशन कर फंसे लोगों को सुरक्षित ऊंचाई तक पहुंचाया. घायल व्यक्ति को तत्परता से निकालकर रिकांगपियो के अस्पताल में भर्ती कराया गया.
प्रदेश भर में तबाही का मंजर
किन्नौर की तरह हिमाचल के अन्य हिस्सों में भी भारी बारिश और बादल फटने से हालात बिगड़ गए हैं. लाहौल-स्पीति के मयाड घाटी में चांगुत और उदगोस नालों में आई बाढ़ से दो पुल बह गए, जबकि गानवी घाटी में एक पुलिस चौकी पानी में समा गई. शिमला में कई दुकानें और घर क्षतिग्रस्त हो चुके हैं.
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (SEOC) के अनुसार अब तक 325 सड़कें बंद हैं, जिनमें से 179 मंडी और 71 कुल्लू जिले में स्थित हैं. दो राष्ट्रीय राजमार्ग भी बाधित हो गए हैं, जिससे यातायात पूरी तरह ठप हो गया है.
#WATCH | Himachal Pradesh | Two cars damaged in mudslide near IGMC hospital in Shimla following heavy rainfall in the city
— ANI (@ANI) August 14, 2025
Landslides have been reported across many locations in Shimla. pic.twitter.com/xfwXpNI6aR
मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
स्थिति को देखते हुए मौसम विभाग ने 4 जिलों (कांगड़ा, मंडी, शिमला और सिरमौर) के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जबकि सोलन, ऊना, कुल्लू और चम्बा के लिए येलो अलर्ट लागू है। आने वाले दिनों में और तेज बारिश की संभावना है.
प्रशासन ने लोगों से नदी-नालों से दूर रहने और बेवजह बाहर न निकलने की अपील की है। साथ ही, बचाव दलों और सेना की मदद से राहत कार्य लगातार जारी हैं.
Himachal Pradesh | All educational institutions in the sub-division Jubbal are closed today, in view of the continuous rainfall/landslides and road blocks since last night: DDMA Shimla
— ANI (@ANI) August 14, 2025
हिमाचल प्रदेश में बुधवार रात से लगातार हो रही बारिश और भूस्खलन के बाद कई सड़कें बंद हो गई हैं. यही कारण है कि जुब्बल उप-मंडल में सभी शैक्षणिक संस्थान गुरुवार 14 अगस्त को बंद रखे गए हैं.
आपदा में एकजुटता की मिसाल
हिमाचल की ये त्रासदी न केवल प्रकृति की ताकत दिखाती है, बल्कि इंसानी जज़्बे और तकनीक के मेल से राहत कार्यों की सफलता की मिसाल भी पेश करती है. प्रशासन, सेना और आम लोग मिलकर इस आपदा से लड़ रहे हैं – यही असली हिमाचली आत्मा है.
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