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हवा में झूलती रही बस, ड्राइवर ने जान पर खेल ऐसे बचाई 30 यात्रियों की जान

पावंटा शिलाई एनएच 707 पर बोहराड़ के पास एक प्राइवेट बस फिसल गई. बस हवा में जाकर लटक गई. अगर बस नीचे गिरती तो सीधे 300 मीटर की गहरी खाई में समा जाती. लेकिन बस गिरने से बाल-बाल बच गई.

Updated on: 07 Aug 2021, 07:11 AM

highlights

  • हिमाचल प्रदेश में बड़ा सड़क हादसा होने से बचा
  • ड्राइवर ने अपनी समझदारी से बचाई 30 पैसेंजर की जान
  • बस खाई में गिरती इससे पहले ड्राइवर ने दिया अपने सूझबूझ का परिचय

 

नई दिल्ली :

हिमाचल प्रदेश में आए दिन सड़क हादसे होते हैं. जिसमें कइयों की जिंदगियां चली जाती हैं. लेकिन कभी-कभी ड्राइवर की सूझबूझ से बड़ा हादसा टल भी जाता है. ऐसी ही एक तस्वीर सिरमौर जिले से सामने आई. जहां चालक की समझदारी की वजह से एक भयानक हादसा होने से रह गया. 30 लोगों को चालक ने बताया. जानकारी की मानें तो पावंटा शिलाई एनएच 707 पर बोहराड़ के पास एक प्राइवेट बस फिसल गई. बस हवा में जाकर लटक गई. अगर बस नीचे गिरती तो सीधे 300 मीटर की गहरी खाई में समा जाती. लेकिन बस गिरने से बाल-बाल बच गई. 

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो बस ड्राइवर की सूझबूझ सभी यात्रियों को बचा लिया गया. घटना शुक्रवार शाम 4 बजे के करीब की है. बस पांवटा साहिब से शिलाई की तरफ जा रही थी. बस जब बोहराड़ के पास पहुंची तो उसकी स्टेयरिंग की रॉड टूट गई. जिसके कारण बस सड़क किनारे पैरापिट को तोड़ती हुई हवा में लटक गई. बस आधी खाई की तरफ थी और आधी सड़क की तरफ. बस को खाई में लटका देख यात्रियों की सांस अटक गई. वो चीख पुकार मचाने लगे. लेकिन ड्राइवर शांत रहा. 

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 इस संकट की घड़ी में भी ड्राइवर ने अपना आपा नहीं खोया. उसने बड़े सूझबूझ के साथ ब्रेक पर पैर रखकर खड़ा हो गया जिसकी वजह से बस एक टायर पर टिक गई. जिसके बाद ड्राइवर ने सभी यात्रियों को एक-एक कर बाहर जाने को कहा. सारे यात्री धीरे-धीरे बस से निकले. ड्राइवर उसी तरह ब्रेक पर खड़ा रहा. इसके बाद जब सारे यात्री बस से उतर गए तो उन्होंने पत्थर से बस को रोका और ड्राइवर को बस से सुरक्षित बाहर निकालने में कामयाब हो गए. ड्राइवर ने अपनी जान पर खेलकर सभी की जान बचाई. बस से बाहर आने पर सभी ने राहत की सांस ली. सब ने ड्राइवर का शुक्रिया अदा किया.