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लापरवाही की इंतहा, मंडियों में खुले में रखा धान बारिश में भींगकर हुआ खराब

बेमौसम बरसात से जहां शहरों में जगह-जगह जलभराव की समस्या पैदा हो गई है. वहीं, ये बारिश किसानों के लिए भी आफत साबित हो रही है. दरअसल, बरसात से मंडी में ब्रिकी के लिए आई फसल भी भीग गई.

Updated on: 08 Oct 2022, 11:46 PM

फरीदाबाद:

बेमौसम बरसात से जहां शहरों में जगह-जगह जलभराव की समस्या पैदा हो गई है. वहीं, ये बारिश किसानों के लिए भी आफत साबित हो रही है. दरअसल, बरसात से मंडी में ब्रिकी के लिए आई फसल भी भीग गई. वहीं, बरसात में अनाज भीगने से किसान भी परेशान नजर आ रहे हैं. फरीदाबाद में किसानों ने धान की ढेरियों पर तिरपाल आदि से ढक करके उसे बारिश में भीगने से बचाने की कोशिश तो की, पर बारिश का पानी ढेरियों के नीचे जाने से वह भीग गई. शनिवार दिनभर हुई बारिश ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है.

मंडियों में टीन शेड की है भारी कमी
दरअसल,  मंडियों में टीन शेड की कमी है, जिसके चलते खुले में रखा धान बारिश की भेंट चढ़ गया. किसानों ने कहा कि हमें मजबूरन अपने धान को खुले में सुखाना पड़ता है. आज की बरसात में हमारा सारा धान जो सूखने के लिए डाला गया था भीग गया. इससे हमें भारी नुकसान हुआ है.

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सरकार की लेटलतीफी से बढ़ी किसानों की परेशानी
किसानों से इस बर्बादी का ठीकरा सरकार पर फोड़ते हुए कहा कि इसका कारण सरकार की लेट खरीदारी शुरू करना है, जिसका खामियाजा हम किसानों को भुगतना पड़ रहा है. यदि सरकार समय पर धान की खरीद शुरू कर देती तो किसानों को इस तरह के नुकसान का सामना नहीं करना पड़ता. इस बार दोहरी मार झेल रहे किसान को अब यह चिंता सताने लग गई हैं कि इस भीगे हुए अनाज को सरकार द्वारा खरीदा जाएगा या नहीं.