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हरियाणा की राजनीति में सोमवार (29 सितंबर) को बड़ा उलटफेर हुआ. कांग्रेस ने लंबे इंतजार के बाद प्रदेश संगठन में अहम बदलाव करते हुए नए चेहरे को नेतृत्व की जिम्मेदारी सौंपी है. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने राव नरेंद्र सिंह को हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया है. वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा को हरियाणा विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बनाया गया है. इस फैसले की आधिकारिक घोषणा कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर की.
Heartiest congratulations to Shri @RaoNarenderS for his appointment as the President of @INCHaryana and Shri @BhupinderShooda for being appointed as the leader of the Congress Legislature Party in Haryana Vidhan Sabha.
— Amarinder Singh Raja Warring (@RajaBrar_INC) September 29, 2025
Both the leaders have immense experience in serving the… pic.twitter.com/WF89LRtE6e
राव नरेंद्र सिंह को मिली बड़ी जिम्मेदारी
राव नरेंद्र सिंह हरियाणा के जाने-माने नेता हैं. आपको बता दें कि वे तीन बार विधायक रह चुके हैं और राज्य सरकार में मंत्री पद भी संभाल चुके हैं. उनके राजनीतिक अनुभव और जनाधार को देखते हुए कांग्रेस नेतृत्व ने उन्हें प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी है. उन्होंने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष उदय भान का स्थान लिया है. कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में हार के 10 महीने बाद यह नियुक्ति की है, जिसे आने वाले चुनावों के लिए पार्टी की रणनीतिक तैयारी माना जा रहा है.
हुड्डा बने विधायक दल के नेता
भूपेंद्र सिंह हुड्डा, जो पहले भी विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रह चुके हैं, को एक बार फिर यह जिम्मेदारी दी गई है. हुड्डा का संगठन में मजबूत पकड़ और विधायकों पर प्रभाव है. उनकी नियुक्ति से कांग्रेस को विधानसभा में मजबूती मिलेगी और विपक्ष के तौर पर पार्टी की आवाज और सशक्त होगी.
18 साल बाद गैर-दलित को कमान
कांग्रेस ने 18 साल बाद गैर-दलित नेता को प्रदेश अध्यक्ष बनाया है. साल 2007 में फूलचंद मुलाना के साथ दलित नेताओं का प्रदेश अध्यक्ष बनने का सिलसिला शुरू हुआ था. इसके बाद अशोक तंवर, कुमारी सैलजा और उदय भान जैसे नेता इस पद पर रहे. अब राव नरेंद्र सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस को नई दिशा और ऊर्जा मिलने की उम्मीद है.
यह बदलाव कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की 24 अगस्त को बिहार में हुई बैठक में तय हुआ था. पार्टी का मानना है कि ये नियुक्तियां हरियाणा कांग्रेस के लिए नई शुरुआत साबित होंगी.
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