Crime News: भिवानी के चर्चित मनीषा केस में बड़ा मोड़ आ गया है. हरियाणा सरकार ने इस मामले की जांच अब केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) को सौंपने का फैसला लिया है. साथ ही मनीषा का तीसरा पोस्टमार्टम दिल्ली के एम्स अस्पताल में कराया जाएगा. मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर इसकी घोषणा करते हुए कहा कि मनीषा के परिवार की मांगों को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया गया है.
परिवार की मांगें मानी गईं
मनीषा के पिता ने बताया कि सरकार ने उनकी सभी मांगों को स्वीकार कर लिया है. इसके बाद परिवार ने धरना खत्म करने का फैसला किया है. हालांकि, गांव की पंचायत ने पहले ऐलान किया था कि न्याय मिलने तक शव का अंतिम संस्कार नहीं होगा. इसी बीच, सीएम सैनी के सीबीआई जांच के ऐलान के बाद परिवार अब अंतिम संस्कार के लिए तैयार हो गया है.
दो बार हुआ पोस्टमार्टम
13 अगस्त को मनीषा का शव भिवानी के खेतों में मिला था. वह 11 अगस्त को स्कूल से निकली थी और उसके बाद लापता हो गई थी. प्रारंभिक जांच में परिवार ने रेप और हत्या की आशंका जताई थी. इसके बाद पहले भिवानी और फिर रोहतक पीजीआई में दो बार पोस्टमार्टम किया गया. दोनों रिपोर्ट में यह सामने आया कि मनीषा की मौत जहर खाने से हुई थी. रिपोर्ट में साफ लिखा गया कि न तो उसके साथ दुष्कर्म हुआ और न ही किसी तरह की चोट या हत्या का सबूत मिला है.
ग्रामीणों का विरोध और तनाव
मंगलवार को मामले को लेकर ग्रामीणों ने ढाणी लक्ष्मण को चारों तरफ से सील कर दिया. पेड़ और पत्थर डालकर रास्ते बंद कर दिए गए. सुरक्षा की दृष्टि से स्कूल भी बंद कर दिए गए. बड़ी संख्या में महिलाएं पंचायत में लाठियां लेकर बैठी रहीं. हालात बिगड़ते देख प्रशासन ने गांव के बाहर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया और दो दिन के लिए भिवानी व चरखी दादरी जिले में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दीं.
पिता बोले– बेटी आत्महत्या नहीं कर सकती
मनीषा के पिता संजय ने प्रशासन के इस निष्कर्ष को पूरी तरह खारिज कर दिया कि उनकी बेटी ने आत्महत्या की है. उन्होंने कहा, 'मेरी बेटी कभी आत्महत्या नहीं कर सकती. हमें न्याय चाहिए.' अब सरकार के फैसले के बाद पूरा मामला सीबीआई जांच के हवाले हो चुका है. तीसरे पोस्टमार्टम से भी कई सवालों के जवाब मिलने की उम्मीद जताई जा रही है.
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