Jind: हरियाणा के जींद के जलेबी चौक के पास हुए कथित लूट के मामले में पुलिस ने खुलासा करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. यह लूट पूरी तरह से एक सुनियोजित एक ऐसी साजिश थी, जिसने सभी को हैरत में डाल दिया. बताया जा रहा है कि इस पूरी घटना को कैंटर चालक और उनके साथियों ने मिलकर अंजाम दिया था. मामले की जांच में सामने आया कि लूट का मकसद पैसे हासिल करने के लिए एक युवती को भगाने की योजना थी.
ये है आरोपियों की पहचान
पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान नवीन उर्फ भूरिया, अभिषेक उर्फ छोटा (दोनों निवासी राम कॉलोनी, जींद), अंकित (निवासी हसनपुर), और फिरोज खान (निवासी बडौदी, हाल अजमेर बस्ती, भिवानी रोड, जींद) के रूप में हुई है. इन आरोपियों ने मिलकर एक साजिश तैयार की, जिसके तहत 23 मई की रात को जींद-गोहाना हाईवे पर जलेबी चौक के पास मुर्गों की गाड़ी के ड्राइवर के साथ मारपीट कर 5 लाख 17 हजार 600 रुपये लूटने का दावा किया गया.
ऐसे दिया था वारदात को अंजाम
शिकायतकर्ता, अजय नैन, जो कि पोल्ट्री व्यवसाय से जुड़े हैं, ने पुलिस को बताया कि 22 मई को उन्होंने अपने ड्राइवर अंकित और फिरोज खान को मुर्गे लेकर दिल्ली भेजा था. इन दोनों को दिल्ली से वापस लौटते वक्त 5 लाख 17 हजार 600 रुपये लाने को कहा था. 23 मई को जींद-गोहाना रोड पर कथित लूट की घटना का आरोप अंकित और फिरोज पर लगा, जिसमें दावा किया गया कि ब्रेजा कार सवार छह युवकों ने कैंटर को रोककर इन दोनों के साथ मारपीट की और पैसे लूट लिए.
खंगाले सीसीटीवी फुटेज
पुलिस ने इसके बाद घटनास्थल के पास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच की, जिससे मामला पूरी तरह से स्पष्ट हो गया. फुटेज में कोई ब्रेजा कार और न ही किसी तरह की लूट का कोई सबूत पाया गया. इसके बजाय, यह पाया गया कि कैंटर चालक फिरोज खान ने जानबूझकर गाड़ी को धीमा किया और टेलीफोन के जरिए अपने साथियों नवीन और अभिषेक को बुलाया. इन दोनों ने मिलकर पूरी घटना का फर्जी नाटक रचा और रुपये छीनने की झूठी कहानी गढ़ी.
जारी है आगे की कार्रवाई
सिविल लाइन थाना पुलिस और सीआईए स्टाफ की संयुक्त टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. डीएसपी संजय सिंह ने मामले की गंभीरता को स्वीकार करते हुए बताया कि जांच अभी जारी है और अन्य संभावित आरोपियों की तलाश की जा रही है.
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