Delhi Gurgaon Expressway Accidents: दिल्ली गुड़गांव एक्सप्रेसवे पर 9 महीने में 165 हादसे और 80 मौतें

Delhi Gurgaon Expressway: विशेषज्ञों के मुताबिक, 'जहां से गाड़ियां निकलती हैं वहीं से गाड़ियां अंदर भी आती हैं. 80–100 की रफ्तार में चलने वाले वाहन जब अचानक मोड़ या ब्रेक लेते हैं, तो टक्कर होना तय है.'

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Yashodhan.Sharma
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Delhi Gurgaon Expressway: विशेषज्ञों के मुताबिक, 'जहां से गाड़ियां निकलती हैं वहीं से गाड़ियां अंदर भी आती हैं. 80–100 की रफ्तार में चलने वाले वाहन जब अचानक मोड़ या ब्रेक लेते हैं, तो टक्कर होना तय है.'

 Road Accidents: राजधानी दिल्ली से सटे हरियाणा के गुरुग्राम से जोड़ने वाला दिल्ली–गुरुग्राम एक्सप्रेसवे अब हादसों का गढ़ बन चुका है. पिछले 9 महीनों में यहां 165 से ज्यादा सड़क हादसे हुए हैं, जिनमें 80 लोगों की जान चली गई और 125 से अधिक लोग घायल हुए. एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि इस एक्सप्रेसवे पर 45 बेहद खतरनाक जगहों (ब्लैक स्पॉट्स) की पहचान की गई है, जहां रोजाना जान का खतरा बना रहता है.

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20 किलोमीटर के स्ट्रेच पर खतरा

रिपोर्ट के मुताबिक, खेड़की दौला टोल प्लाजा से लेकर सिग्नेचर टावर तक करीब 20 किलोमीटर का यह हिस्सा सबसे ज्यादा जोखिम भरा है. यही वह इलाका है जहां अधिकतर हादसे दर्ज किए गए हैं. कुछ दिन पहले इसी एक्सप्रेसवे पर एक थार गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी, जिसमें पांच लोगों की मौत हो गई थी.

लेन मार्किंग और एग्जिट-एंट्री की गड़बड़ी

रोड सेफ्टी एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस एक्सप्रेसवे पर लेन मार्किंग, एग्जिट और एंट्री पॉइंट्स में भारी खामियां हैं. कई जगहों पर एग्जिट और एंट्री एक ही स्थान पर हैं, जिससे वाहनों के टकराने का खतरा बढ़ जाता है. विशेषज्ञों के मुताबिक, 'जहां से गाड़ियां निकलती हैं वहीं से गाड़ियां अंदर भी आती हैं. 80–100 की रफ्तार में चलने वाले वाहन जब अचानक मोड़ या ब्रेक लेते हैं, तो टक्कर होना तय है.'

ट्रैफिक पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई

ट्रैफिक पुलिस ने हादसों को रोकने के लिए खतरनाक जगहों पर चेतावनी संकेत और हज़ार्ड मार्कर लगाने का काम शुरू किया है. लेकिन एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह सिर्फ औपचारिक कदम हैं, क्योंकि ये संकेत कई बार दूर से दिखाई नहीं देते.रात के समय विज़िबिलिटी कम होने से ड्राइवरों को रिफ्लेक्टिव मार्कर की जरूरत होती है. वर्तमान में कुछ ही जगहों पर ये लगाए गए हैं, जैसे खेड़की दौला टोल प्लाजा.

लोगों में बढ़ा डर

लगातार बढ़ते हादसों से लोगों में डर बढ़ता जा रहा है. रोजाना हजारों वाहन इस रूट से गुजरते हैं, और किसी भी वक्त दुर्घटना का खतरा बना रहता है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि यदि जल्द ही सड़क संरचना और संकेत व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ, तो यह एक्सप्रेसवे आगे भी लोगों की जान लेता रहेगा.

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