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राजस्थान के बाद गुजरात में 'लंपी' का कहर, 22 जिलों में फैली 'महामारी'

राजस्थान में लंपी बीमारी मवेशियों के लिए काल बन चुकी है, हजारों मवेशियों की मौत हो चुकी है, तो लाखों मवेशी इस बीमारी से संक्रमित हो रहे हैं. अब ये बीमारी राजस्थान से गुजरात तक पहुंच चुकी है...

Updated on: 06 Aug 2022, 03:16 PM

highlights

  • राजस्थान के बाद गुजरात में फैली लंबी बीमारी
  • राज्य के 22 जिलों में महामारी का कहर
  • गुजरात में 1800 से ज्यादा मवेशियों की मौत

अहमदाबाद:

राजस्थान में लंपी बीमारी मवेशियों के लिए काल बन चुकी है, हजारों मवेशियों की मौत हो चुकी है, तो लाखों मवेशी इस बीमारी से संक्रमित हो रहे हैं. अब ये बीमारी राजस्थान से गुजरात तक पहुंच चुकी है. जानकारी के मुताबिक, गुजरात के कुल 33 जिलों में से 22 में ये बीमारी फैल चुकी है, जिसमें अब तक 1,800 से ज्यादा मवेशी 'लम्पी' त्वचा रोग के कारण मर चुके हैं. इस बीमारी के फैलाव की वजह से राज्य सरकार इसके रोकथाम में लग गई है. 

10 लाख पशुओं को लगा टीका

राज्य सरकार ने रोग को फैलने से रोकने के लिए सर्वेक्षण, उपचार और टीकाकरण की गति बढ़ा दी है तथा पशुओं के मेले के आयोजन पर भी रोक लगा दी है.  बीमारी से बचाव के लिए 10 लाख पशुओं को टीका दिया जा चुका है. जानकारी के मुताबिक, यह संक्रामक रोग राज्य के 33 में से 22जिलों में फैल चुका है और उनमें से ज्यादातर सौराष्ट्र क्षेत्र के हैं.

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मवेशियों के मेलों पर बैन, सीएम ने किया दौरा

गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने सबसे ज्यादा प्रभावित जिले का दौरा भी किया और वहां पर शुरू हुए आइसोलेशन वार्ड का भी जायजा लिया.  प्रभावित जिलों में कच्छ, जामनगर, देवभूमि द्वारका, राजकोट, पोरबंदर, मोरबी, जूनागढ़, गिर सोमनाथ, बनासकांठा, पाटण, सूरत, सुरेंद्रनगर, भावनगर अरवल्ली और पंचमहल शामिल है. एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया कि बीमारी को फैलने से रोकने के लिए राज्य सरकार ने 26 जुलाई को जारी एक अधिसूचना के जरिये मवेशियों के मेलों पर प्रतिबंध लगा दिया है. और इस पूरे महीने तक बाहर के राज्यों से आने वाले मवेशियों पर भी रोक लगा दी है.