भारत को वर्ल्ड क्लास क्रूज टूरिज्म केंद्र बनाने के लक्ष्य के तहत, गुजरात देश का पहला राज्य बन गया है जो ‘क्रूज भारत मिशन’ का नेतृत्व कर रहा है. समुद्री गतिविधियों के लिए देश का सबसे लंबा, 2,340 किलोमीटर का समुद्री तट होने के चलते गुजरात इस क्षेत्र में सबसे से आगे है . राज्य सरकार अब क्रूज टूरिज्म को बढ़ावा देकर नए आर्थिक अवसरों का सृजन करने की दिशा में ठोस कदम उठा रही है.
पीएम मोदी के सपने को किया जा रहा है साकार
इस उद्देश्य से गुजरात मैरीटाइम बोर्ड (GMB) ने हाल ही में एक वर्कशॉप का आयोजन किया गया था, जिसमें नीति निर्धारण से लेकर इन्फ्रास्ट्रक्चर और इमिग्रेशन प्रक्रिया तक, हर पहलू पर विस्तार से चर्चा की गई. मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में गुजरात सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन को साकार करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही.
नीति निर्माण की ओर अहम कदम
6 मई को आयोजित इस वर्कशॉप में कई विशेषज्ञ और अधिकारी उपस्थित रहे. GMB के वाइस चेयरमैन और सीईओ राजकुमार बेनीवाल (IAS) ने राज्य की समुद्री क्षमताओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि गुजरात एक ऐसा रोडमैप तैयार कर रहा है, जिससे विश्वस्तरीय क्रूज टर्मिनल स्थापित किए जा सकें. उन्होंने निवेश के अनुकूल नीतियों और पर्यटकों के लिए आकर्षक ऑनशोर डेस्टिनेशन विकसित करने पर जोर दिया.
टूरिज्म कॉर्पोरेशन ऑफ गुजरात लिमिटेड (TCGL) की प्रबंध निदेशक साइदिंगपुई छाकछुआक (IAS) ने भी यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाने की रणनीति साझा की. उन्होंने क्रूज रेडी डेस्टिनेशन और डिजिटल तकनीक के उपयोग पर बल दिया.
प्रस्तावित क्रूज सर्किट और क्लस्टर
क्रूज टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए गुजरात सरकार ने तीन अलग-अलग क्रूज सर्किट क्लस्टर प्रस्तावित किए हैं:
- पडाला द्वीप – कच्छ का रण
- पोरबंदर – वेरावळ – दीव
- द्वारका – ओखा – जामनगर
हर क्लस्टर को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि 100 किलोमीटर के दायरे में धार्मिक, सांस्कृतिक और प्राकृतिक स्थल शामिल हों, जिससे क्रूज यात्रियों को एक समृद्ध अनुभव मिले.
केंद्र सरकार के मिशन से जुड़ाव
केंद्र सरकार के बंदरगाह, जहाजरानी एवं जलमार्ग मंत्रालय द्वारा 30 सितंबर 2024 को क्रूज भारत मिशन की शुरुआत की गई थी, जिसका लक्ष्य है 2029 तक भारत में समुद्री क्रूज यात्राओं की संख्या को 10 गुना बढ़ाना. जहां मुंबई, कोच्चिं, चेन्नई और मर्मुगाओ जैसे शहरों में पहले से क्रूज टर्मिनल विकसित किए जा रहे हैं, वहीं गुजरात अब इस सूची में एक प्रमुख नाम के रूप में उभर रहा है.
गुजरात की प्रतिबद्धता
वर्कशॉप में गुजरात सरकार के बंदरगाह एवं परिवहन विभाग के प्रधान सचिव अश्विनी कुमार ने स्पष्ट कहा कि राज्य सरकार क्रूज टूरिज्म को लेकर गंभीर है और इसे पर्यटन विकास की रीढ़ के रूप में देख रही है. उन्होंने कहा कि गुजरात का विजन, उसकी योजनाएं और क्रियान्वयन की दिशा निश्चित रूप से अन्य राज्यों के लिए मिसाल बनेंगी.
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