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Gujarat: मौत का मंजर देख कांप गई रूह, भयानक हादसा देख सहम गए प्रत्यक्षदर्शी

Morbi bridge accident: तस्वीरों के माध्यम से या वीडियो क्लिप में मौत का मंजर देख आंखे सिहरने लगती हैं, सुनकर रूह कांप जाती है. क्योंकि एक साथ 132 से ज्यादा लोगों के मौत की खबर स्वत: ही झकझौर देने वाली है. सैंकड़ों परिवारों के सगे संबंधियों को पल भर म

Updated on: 31 Oct 2022, 04:01 PM

highlights

  • गुजरात के मोरबी में केबल ब्रिज टूटने से हुई 132 लोगों की मौत 
  • हादसे के बाद सैंकड़ों घरों पर टूटा दुखों का पहाड़ 
  • रूह कंपा देने वाले हादसे की कहानी बताते हुए लड़खड़ा रही प्रत्यक्षदर्शियों की जुबान 

नई दिल्ली :

Morbi bridge accident: तस्वीरों के माध्यम से या वीडियो क्लिप में मौत का मंजर देख आंखे सिहरने लगती हैं, सुनकर रूह कांप जाती है. क्योंकि एक साथ 132 से ज्यादा लोगों के मौत की खबर स्वत: ही झकझौर देने वाली है. सैंकड़ों परिवारों के सगे संबंधियों को पल भर में कैसे एक हादसा लील गया. इसका जवाब अभी गुजरात सरकार भी ठीक से नहीं दे पा रही है. भयावह मोरबी ब्रिज हादसे को लाइव देखने वाले प्रत्यक्षदर्शियों की जुबान बताते हुए ही लड़खड़ाने लगती है. लाशों के ढेर आंखों के सामने मंडराने लगते हैं. आइये जानते हैं प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से आखिर कैसे घटी इतनी बड़ी घटना?

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दोस्तों के इंतजार ने बचा ली जान 
हादसे के वक्त मैं पुल से कुछ ही दूरी पर खड़ा हुआ साथियों का इंतजार कर रहा था. मैने अपने अलावा अपने दो दोस्तों के भी टिकट लिए हुए थे.  तभी मैं देखता हूं कुछ लड़के जोर-जोर से पुल से जुड़ी केबलों को खींच रहे थे. वेट अधिक होने के चलते पुल इधर-उधर झूलता हुआ भी साफ नजर आ रहा था. लेकिन अगले ही पल जो हुआ उसे देखर रूह कांप गई. अचानक भर-भराकर पुल दो हिस्सों में टूट गया. पुल पर चढ़े लोग ऐसे नीचे गिर रहे थे. मानों कोई वस्तु नीचे फेंकी जा रही हो. चीख-पुकारों के शोर में सैंकडों जिंदगिया चली गई. ये दास्तां गांधीनगर निवासी अतुल ने बयां की. उन्होने बताया अगर मै दोस्तों का इंतजार नहीं कर रहा होता तो आपको कुछ बताने के लिए इस दुनिया में नहीं होता.

छूकर निकल गई मौत
मोरबी के ही स्थानीय निवासी उस्मान बताते हैं कि बस कुछ क्षणों की देरी ने बचा लिया. मौत करीब से देखते हुए उस्मान की जुबान भी लड़खड़ा रही है थी. उस्मान में हादसे में अपने सबसे करीबी दोस्त को खो दिया है. उस्मान ने बताया कि वह भी पुल पर जाने ही वाला था. लेकिन भीड़ में ही मोबाइल की घंटी सुनाई दी. जिसके बाद वह पुल पर कुछ दूरी पर जाने के बाद ही वापस लौट गया. उस्मान ने बताया कि जैसे ही उसने पुल से नीचे पैर रखा तभी धड़ाम की आवाज आई. कुछ देर तक वह समझ भी नहीं पाया कि आखिर हुआ क्या है? पानी में तैरती लासों को देखकर मैने सिर पकड़ लिया. 

पुल हिलता देख बदल दिया इरादा 
अरविंद बताते हैं  कि हादसे के लगभग 40 सैकेंड पहले उसने देखा की पुल जोर-जोर से हिल रहा था. उसे अंदेशा होने लगा कि ये टूट सकता है. बस अचानक दिमाग में क्लिक किया आगे जाना खतरे से खाली नहीं है. तभी देखा की अचानक पुल धड़ाम से नीचे गिर गया. बस भगवान का शुक्रिया किया और सिर पकड़ कर बैठ गया.