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गुजरात कांग्रेस विधायक को ठहराने वाले रिसॉर्ट के खिलाफ पुलिस ने मामला किया दर्ज

गुजरात (Gujarat) कांग्रेस के विधायक जिस रिसॉर्ट में रुके हुए थे उसके खिलाफ राजकोट पुलिस ने मामला दर्ज किया है. पुलिस ने 8 जून से पहले रिसॉर्ट खोलने के मामले में कार्यवाही की है. दरअसल, सरकार की गाइडलाइंस के मुताबिक, 8 जून से सभी मॉल्स और होटल, रेस्टोरेंट खुलने थे. बता दें कि गुजरात में राज्यसभा चुनाव होने है और इससे पहले ही अबतक अब तक कांग्रेस के 8 विधायकों ने पार्टी छोड़ दी है.

Updated on: 07 Jun 2020, 12:22 PM

नई दिल्ली:

CoronaVirus (Covid-19):  गुजरात (Gujarat) कांग्रेस के विधायक जिस रिसॉर्ट में रुके हुए थे उसके खिलाफ राजकोट पुलिस ने मामला दर्ज किया है. पुलिस ने 8 जून से पहले रिसॉर्ट खोलने के मामले में कार्यवाही की है. दरअसल, सरकार की गाइडलाइंस के मुताबिक, 8 जून से सभी मॉल्स और होटल, रेस्टोरेंट खुलने थे. बता दें कि गुजरात में राज्यसभा चुनाव होने है और इससे पहले ही अबतक अब तक कांग्रेस के 8 विधायकों ने पार्टी छोड़ दी है. कर्जन से विधायक अक्षय पटेल, कपराडा से जीतू चौधरी ने पार्टी को अलविदा कहा था. इसके बाद मोरबी से विधायक ब्रिजेश मेरजा ने भी अपना इस्‍तीफा स्‍पीकर को भेज दिया है.

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गुजरात में राज्यसभा की कुल चार सीटों पर 19 जून को होने वाले चुनाव के लिए बीजेपी और कांग्रेस के बीच जोड़-तोड़ चल रही है. कांग्रेस के आठ विधायकों के इस्तीफे देने के बाद अब बीजेपी को तीसरी सीट भी जीतने का पूरा भरोसा हो चला है. बीजेपी के प्रदेश महामंत्री भरत सिंह परमार ने कहा कि कांग्रेस तो घर की लड़ाई का शिकार हो गई है. उसके दो नेता एक सीट के लिए आपस में सिर फुटव्वल किए पड़े हैं. 

दरअसल, बीजेपी के प्रदेश महामंत्री का इशारा कांग्रेस में प्रथम वरीयता के वोटों के लिए उम्मीदवारों भरत सिंह सोलंकी और शक्ति सिंह गोहिल के बीच चल रही पॉवर पॉलिटिक्स को लेकर था. दोनों उम्मीदवार अपने-अपने समर्थक विधायकों को रिसॉर्ट में जुटा रहे हैं. भरत सिंह की ओर से बीते शुक्रवार को आणंद स्थित ऐरिस रिवरसाइड रिसोर्ट में 10 विधायकों को लामबंद करने की खबर रही.

गौरतलब है कि 182 सदस्यीय गुजरात विधानसभा में इस वक्त भाजपा के पास 103 और कांग्रेस के पास 65 विधायक हैं. पहले कांग्रेस के पास आठ और विधायक थे, मगर लॉकडाउन से पहले पांच ने इस्तीफा दिया था और हाल में कुछ दिनों के भीतर तीन और विधायक इस्तीफा दे चुके हैं. ऐसे में कांग्रेस के पास अब 65 विधायक रह गए हैं. राज्यसभा की एक सीट जीतने के लिए 35 वोट की जरूरत है. अगर कांग्रेस के आठ विधायक इस्तीफा न देते तो पार्टी दो सीटें जीतने में सफल हो सकती थी. लेकिन अब सिर्फ एक ही सीट जीतने की स्थिति में है.

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इसी तरह बीजेपी की बात करें तो उसे तीन सीटें जीतने के लिए कुल 106 वोट चाहिए. बीजेपी के पास 103 विधायक हैं. बीजेपी को सिर्फ तीन वोटों की दरकार है. पार्टी को यह वोट दो तरह से मिल सकते हैं. भाजपा, भारतीय ट्राइबल पार्टी के दो और एनसीपी के एक विधायकों को अपने पाले में लाने की कोशिश कर रही है.

हालांकि अब तक इन विधायकों का समर्थन कांग्रेस को मिलता रहा है मगर माना जा रहा है कि बदली परिस्थितियों में पलड़ा मजबूत देखकर ये विधायक बीजेपी के साथ खड़े हो सकते हैं. इसके अलावा कांग्रेस में आंतरिक कलह के कारण क्रास वोटिंग भी हो सकती है. बीजेपी को पूरा भरोसा है कि वह तीन अतिरिक्त वोटों की व्यवस्था कर तीनों सीट जीतने में सफल होगी.

(IANS इनपुट के साथ)