भारत में अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों के खिलाफ अब सरकार ने सख्त रुख अख्तियार कर लिया है. इसकी शुरुआत गुजरात से हो गई है. शुक्रवार को गुजरात के वडोदरा एयरपोर्ट से 250 अवैध बांग्लादेशी नागरिकों को ढाका डिपोर्ट किया गया. इस डिपोर्टेशन के दौरान सुरक्षा के बेहद कड़े इंतजाम किए गए थे.
फर्जी बनाए थे सारे दस्तावेज
यह कार्रवाई राज्य में लगातार बढ़ते अवैध घुसपैठियों के खिलाफ एक निर्णायक कदम मानी जा रही है. बताया जा रहा है कि ये सभी बांग्लादेशी नागरिक भारत में फर्जी दस्तावेजों के सहारे रह रहे थे और कई वर्षों से विभिन्न शहरों में बसे हुए थे. इन सभी को भारतीय नागरिकों की तरह दिखाने के लिए आधार कार्ड, राशन कार्ड और अन्य पहचान पत्रों का गलत इस्तेमाल किया गया था.
कई शहरों में चलाए गए अभियान
पिछले महीने गुजरात पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने सूरत, वडोदरा, राजकोट और अहमदाबाद जैसे बड़े शहरों में अभियान चलाया था. इस अभियान के तहत बड़ी संख्या में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लिया गया. जांच के बाद जिनके दस्तावेज फर्जी पाए गए, उन्हें बांग्लादेश सरकार से समन्वय कर ढाका वापस भेजा गया.
गुजरात प्रशासन का कहना है कि यह केवल एक शुरुआत है और भविष्य में भी ऐसे अभियान जारी रहेंगे. राज्य सरकार की ओर से साफ कहा गया है कि भारत की सुरक्षा और कानून व्यवस्था के लिए ऐसे घुसपैठियों को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
क्या आगे अन्य राज्य भी उठाएंगे ऐसा कदम?
यह कार्रवाई अब एक बड़ा संदेश है, खासकर उन राज्यों के लिए जहां बड़ी संख्या में अवैध विदेशी नागरिक रहते हैं. केंद्र सरकार पहले ही राज्यों को सख्ती बरतने का निर्देश दे चुकी है. अब देखना यह होगा कि क्या बाकी राज्य भी गुजरात की तर्ज पर डिपोर्टेशन की प्रक्रिया तेज करेंगे?
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