Ahmedabad: गुजरात के धोलका से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां पुलिस ने बच्चों की तस्करी करने वाले एक सक्रिय गिरोह का पर्दाफाश किया है. पुलिस की तत्परता और सीसीटीवी फुटेज की मदद से एक मासूम बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया गया है, जिसे महज ढाई लाख रुपये में बेचने की योजना बनाई गई थी.
ये है पूरा मामला
प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह गिरोह नवजात से लेकर सात महीने तक के छोटे बच्चों को निशाना बना रहा था. इन मासूमों को 2 से 3 लाख रुपये की कीमत पर अलग-अलग शहरों में बेचा जाता था. पुलिस को जैसे ही सूचना मिली कि एक बच्चे को धोलका के कलीकुंड चौराहे से अगवा कर मुंबई ले जाया जा रहा है, टीम ने फौरन कार्रवाई की और अहमदाबाद के रास्ते में बच्चे को तस्करों के चंगुल से छुड़ा लिया.
ऐसे पकड़ा गया गिरोह
ग्रामीण पुलिस अधीक्षक (एसपी) ने मीडिया को बताया कि यह गिरोह पिछले कुछ समय से सक्रिय था और सुनियोजित तरीके से गरीब परिवारों या अस्पतालों से बच्चों को चुराकर मानव तस्करी के कारोबार को अंजाम दे रहा था. पुलिस ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से आरोपियों की पहचान की और उनके ठिकानों पर छापेमारी कर सबूत इकट्ठा किए.
इस पूरी कार्रवाई में न्यूज नेशन की टीम ने भी अहम भूमिका निभाई, जो ग्राउंड जीरो पर मौजूद रही और घटनास्थल से जुड़े अहम तथ्यों को सामने लाती रही. कलीकुंड चौराहे के पास से जिस मासूम को अगवा किया गया था, उसे सुबह 6 बजे के आसपास उठाया गया और अहमदाबाद के रास्ते मुंबई ले जाया जा रहा था.
अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिस
फिलहाल, पुलिस इस मामले में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस गिरोह के तार और किन-किन राज्यों से जुड़े हैं.
धोलका में हुआ यह खुलासा न सिर्फ मानव तस्करी के खिलाफ बड़ी सफलता है, बल्कि यह एक चेतावनी भी है कि समाज में आज भी ऐसे संगठित अपराध सक्रिय हैं, जो मासूम बच्चों को अपना शिकार बना रहे हैं.
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