देश में स्मार्ट सिटी बनाने का काम तेजी हो रहा है. केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बताया कि गुजरात में 100 स्मार्ट शहरों में से 80 को पहले ही अपना कमांड एंड कंट्रोल सेंटर मिल गया है. करीब दो लाख करोड़ रुपये की सभी परियोजनाओं के टेंडर हो चुके हैं. लगभग 63,000 करोड़ रुपये की परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं: हमें शेष 20 शहरों में 15 अगस्त, 2022 तक काम पूरा करना है... अगला कदम 100 स्मार्ट शहरों को एक लय में ले जाना है... गुजरात स्मार्ट में अधिकांश शहरी बुनियादी ढांचे के मामले में बहुत अच्छी तरह से रखा गया है.
We've to complete the work in the remaining 20 cities by August 15, 2022... next step is to take this completion of 100 smart cities to a movement... Gujarat is very well placed in terms of most urban infrastructure in smart cities: Union Minister Hardeep Singh Puri (2/2) pic.twitter.com/Xt3P6vx1O7
— ANI (@ANI) April 18, 2022
भारत की वर्तमान जनसंख्या का लगभग 31% को शहरों में बसता है और इनका सकल घरेलू उत्पाद में 63% (जनगणना 2011) का योगदान हैं. ऐसी उम्मीद है कि वर्ष 2030 तक शहरी क्षेत्रों में भारत की आबादी का 40% रहेगा और भारत के सकल घरेलू उत्पाद में इसका योगदान 75% का होगा . इसके लिए भौतिक, संस्थागत, सामाजिक और आर्थिक बुनियादी ढांचे के व्यापक विकास की आवश्यकता है. ये सभी जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाने एवं लोगों और निवेश को आकर्षित करने, विकास एवं प्रगति के एक गुणी चक्र की स्थापना करने में महत्वपूर्ण हैं. स्मार्ट सिटी का विकास इसी दिशा में एक कदम है.
स्मार्ट सिटी क्या है?
स्मार्ट सिटी मिशन स्थानीय विकास को सक्षम करने और प्रौद्योगिकी की मदद से नागरिकों के लिए बेहतर परिणामों के माध्यम से जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने तथा आर्थिक विकास को गति देने हेतु भारत सरकार द्वारा एक अभिनव और नई पहल है. स्मार्ट सिटी उनकी सबसे अहम जरूरतों एवं जीवन में सुधार करने के लिए सबसे बड़े अवसरों पर ध्यान केंद्रित करता है. बदलाव के लिए दृष्टिकोण की श्रृंखला अपनाई जाती है-डिजिटल और सूचना प्रौद्योगिकी, शहरी योजनाओं की सर्वोत्तम प्रथाओं, सार्वजनिक-निजी साझेदारी, और नीति में बदलाव. हमेशा लोगों को प्राथमकिता दी जाती है.
यह भी पढ़ें: दिल्ली में फिर कोरोना ने बजाया खतरे का सायरन, 24 घंटे में इतने नए केस
स्मार्ट सिटी मिशन के दृष्टिकोण में, उद्देश्य ऐसे शहरों को बढ़ावा देने का है जो मूल बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराएँ और अपने नागरिकों को एक सभ्य गुणवत्तापूर्ण जीवन प्रदान करे, एक स्वच्छ और टिकाऊ पर्यावरण एवं 'स्मार्ट' समाधानों के प्रयोग का मौका दें. विशेष ध्यान टिकाऊ और समावेशी विकास पर है और एक रेप्लिकेबल मॉडल बनाने के लिए है जो ऐसे अन्य इच्छुक शहरों के लिए प्रकाश पुंज का काम करेगा. स्मार्ट सिटी मिशन ऐसा उदाहरण प्रस्तुत करने के लिए है जिसे स्मार्ट सिटी के भीतर और बाहर दोहराया जा सके, विभिन्न क्षेत्रों और देश के हिस्सों में भी इसी तरह के स्मार्ट सिटी के सृजन को उत्प्रेरित किया जा सके.