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उत्पल पर्रिकर की नाराजगी दूर करने की हो रही कोशिश, BJP पर पर हमलावर हुआ विपक्ष

गोवा विधानसभा चुनाव में पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल पर्रिकर की नाराजगी दूर करने की बीजेपी लगातार कोशिश कर रही है. लेकिन अब तक नाराज उत्पल पणजी सीट से चुनाव लड़ने को आमदा है. जबकि बीजेपी उस सीट पर अन्य प्रत्याशी की घोषणा करके उप्प

Updated on: 21 Jan 2022, 09:50 PM

नई दिल्ली :

गोवा विधानसभा चुनाव में पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल पर्रिकर की नाराजगी दूर करने की बीजेपी लगातार कोशिश कर रही है. लेकिन अब तक नाराज उत्पल पणजी सीट से चुनाव लड़ने  को आमदा है.  जबकि बीजेपी उस सीट पर अन्य प्रत्याशी की घोषणा करके उप्पल के दावे को खारिज कर दिया है. साथ ही उप्पल को दूसरी सीट से चुनाव मैदान में उतारने के लिए कयास लगाए जा रहे हैं. हालाकि पूरे मामले में बीजेपी पर विपक्ष हमलावर होता दिखाई दे रहा है. आरोप है कि इतने बड़े नेता के बेटे को ही सीट के लिए लड़ना पड़ रहा, फिर बाकी कार्यकर्ताओं की क्या चलने वाली है.

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आपको बता दें कि गोवा की राजधानी पणजी विधानसभा सीट बीजेपी सहित तमाम दूसरी पार्टियों के लिए महत्वपूर्ण है. लेकिन बीजेपी के भीतर इस सीट पर सियासत गहरा गई है. बीजेपी ने पणजी विधानसभा की सीट पर अतानासियो मोनसेराटे उर्फ बाबूस को उम्मीदवार बनाया है. जबकि इसी सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के दिवंगत नेता मनोहर परिकर के बेटे उत्पल पर्रिकर ने भी दावेदारी ठोकी है . हालांकि बीजेपी की कोशिश है कि उत्पल परिकर को दूसरी विधानसभा सीट से लड़ा कर उसकी नाराजगी दूर की जा सके.

गोवा की पणजी विधानसभा सीट पर बीजेपी का लंबे समय से दबदबा रहा है.  मनोहर पर्रिकर यहां से 6 बार विधायक थे. वे पहली बार 1994 में इस सीट से विधायक चुने गए थे.  इसके बाद 1994, 2002, 2007, 2012 में भी विधायक बने.  2014 में लोकसभा चुनाव में बीजेपी की जीत के बाद मनोहर पर्रिकर केंद्र में चले गए और रक्षा मंत्री बने. आपको बता दें कि उत्पल पर्रिकर भारत के पूर्व रक्षा मंत्री और गोवा के मुख्‍यमंत्री रहे स्‍वर्गीय मनोहर पर्रिकर के बेटे हैं.  मनोहर पर्रिकर के दो बेटे हैं. उत्पल और अभिजीत.  उत्पल अमेरिका की मिशिगन स्टेट यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट हैं,.

बाबूस गोवा विधानसभा में एक कद्दावर नेता के तौर पर जाने जाते हैं. पति और पत्नी दोनों ही गोवा विधानसभा में विधायक के तौर पर चुने गए हैं और फिर इस बार बीजेपी ने दोनों को टिकट दिया है. बाबूस वैसे तो कई विधानसभा सीटों पर अपना दबदबा रखते हैं लेकिन तलेगांव पणजी और सांताक्रूज पर उनका दबदबा काफी है. इसीलिए बीजेपी बाबूस को नाराज नही करना चाहती है.