Yamuna Water Level: मौसम की मार झेल रही राजधानी दिल्ली में बाढ़ का खतरा दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है. पिछले दिनों हुई भारी बारिश और हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने के बाद यमुना का जलस्तर खतरे के निशान को काफी पीछे छोड़ गया है. आज यानी 13 जुलाई की सुबह 7 बजे यमुना का स्तर 208.46 मीटर दर्ज किया गया, जबकि सुबह 5 बजे पल्ला गांव के करीब पानी का स्तर 212.70 मीटर तक पहुंच गया था.
हालांकि बीती रात यमुना का पानी 208.08 मीटर तक कम हुआ था, जिसके बाद माना जा रहा था कि अब खतरा लगभग टल गया है, लेकिन सुबह-सुबह बढ़े जलस्तर ने सरकार और दिल्लीवासियों को भी चिंता में डाल दिया.
एक रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली में आज सुबह 7 बजे यमुना नदी का जलस्तर 208.46 मीटर दर्ज किया गया। कल दोपहर 1 बजे नदी बाढ़ के उच्चतम रिकॉर्ड 207.49 मीटर को पार कर गयी। दिल्ली में लगातार बारिश और हथिनी कुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के चलते यमुना नदी का जलस्तर बढ़ गया है। दिल्ली के कई इलाकों में घरों में पानी घुस गया। आपको बता दें यमुना के बढ़ते जलस्तर ने इसबार पिछले 45 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है.
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इससे पहले 1978 में यमुना का पानी 207.49 मीटर तक पहुंच गया था, जिसके चलते दिल्ली में भीषण बाढ़ आई थी. वहीं, बाढ़ का खतरा देखते हुए दिल्ली सरकार ने निचले इलाकों को खाली करने के चेतावनी दी और लोगों को बाढ़ संभावित इलाकों से शिफ्ट करने का काम शुरू कर दिया है.
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दिल्ली के जिन इलाकों में बाढ़ का खतरा सबसे ज्यादा है उनमें वजीराबाद, मजनू का टीला, गढ़ी मांडू, खड्डा कॉलोनी, नीम करौली गोशाला, गीता घाट, बोट क्लब, मोनेस्ट्री मार्केट, यमुना बाजार और पुराना रेलवे पुल वाला क्षेत्र शामिल है.
HIGHLIGHTS
- मौसम की मार झेल रही राजधानी दिल्ली में बाढ़ का खतरा दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है
- भारी बारिश के बाद यमुना का जलस्तर खतरे के निशान को काफी पीछे छोड़ गया है
- ज यानी 13 जुलाई की सुबह 7 बजे यमुना का स्तर 208.46 मीटर दर्ज किया गया