Awadh Ojha: यूपीएससी परीक्षा की तैयारी कराने वाले अवध ओझा अब राजनेता बन गए हैं. सोशल मीडिया में भी उनके बहुत फॉलोअर्स है. उन्हें लोग मास्टर जी और गुरु जी के नाम भी जानते हैं. लेकिन अवध ओझा ने अब अपनी राजनीतिक पारी आम आदमी पार्टी के साथ शुरू कर दी है. इस पारी में उनका क्या रोल होगा? वह क्या दायित्व निभाने वाले हैं इन तमाम विषयों पर न्यूज नेशन ने उनसे खास बातचीत की.
राजनीति में आने पर क्या बोले अवध ओझा?
अवध ओझा से हमने पूछा कि आप राजनीति में पढ़ने आए हैं या पढ़ाने आए हैं? इस सवाल के जबाव में उन्होंने कहा कि, "यह क्लास नहीं है यह सर्विस है. ऑफ द पीपुल ,फॉर द पीपुल बाय द पीपुल. यही पीपुल अपना चुना हुआ प्रतिनिधि भेजते हैं, ताकि नीतियां बनाए. मैं भी जनता के सामने एक विकल्प के रूप में हूं कि अगर जनता को लगता है कि आप हमारे लिए बहुत कुछ कर सकते हो तो हम उनकी सेवा करेंगे."
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'अनुशासन से बड़ा नहीं हो सकता व्यक्ति'
जब उनसे पूछा गया कि आप किस तरह की सेवा करेंगे, ये आप तय करेंगे कि आपके हेड मास्टर. आपने तो कहा है कि आप मन के राजा हैं और हमने आपको कई बार वीडियो में ये कहते हुए सुना है. तो आप नेता अवध ओझा ने कहा कि, "आप जब टीम का हिस्सा होते हैं तो आपका एक कप्तान होता है अनुशासनहीनता ना हो क्योंकि जब अनुशासनहीनता होगी तो फिर पतन होगा. पार्टी और टीम में डिसिप्लिन होना चाहिए कोई भी व्यक्ति डिसिप्लिन से बड़ा नहीं हो सकता."
राजनीति विचारधारा से जुड़ी हुई है- अवध ओझा
अवध ओझा से पूछा गया कि आपने 2015 में अरविंद केजरीवाल को गांधी कह दिया, फिर नरेंद्र मोदी की तारीफ कर दी और अब राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाने की बात कह रहे थे, ऐसे में अब अचानक से ऐसे क्या हुआ कि हृदय परिवर्तन हो गया कि आम आदमी पार्टी आपको अच्छी लगने लगी? इस पर उन्होंने कहा कि, "यह वैचारिक सहमति की बात है हृदय तो प्रेम से जुड़ा हुआ है और राजनीतिक विचारधारा से जुड़ी हुई है जहां भी वैचारिक सहमति मिलेगी वहां व्यक्ति पहुंचेगा."
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शिक्षा में अपनी भूमिका पर क्या बोले ओझा 'सर'
जब हमने उनसे पूछा कि चुनाव तो आप अलग अलग जगह से लड़ना चाह रहे थे, अब आगे का सफर कैसा है? तो उन्होंने कहा कि पार्टी के कप्तान तय करेंगे क्या करना है. वहीं जब उनसे पूछा गया कि शिक्षा को लेकर आपकी क्या भूमिका इस पार्टी में रहने वाली है क्योंकि यह पार्टी शिक्षा की बहुत ज्यादा बात करती है अगर आपकी सरकार आती है तो क्या मैं अगले शिक्षा मंत्री के साथ बैठा हूं. इस पर आप नेता अवध ओझा ने कहा कि, "नहीं.. नहीं ऐसा कुछ भी नहीं है आप आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता के साथ बैठे हैं. मैं आज जब स्कूल में गया तो मैंने देखा कि सरकारी स्कूल के बच्चे सवाल पूछ रहे हैं यह जो धारा बह रही है जो स्मार्ट और एक्सीलेंट मन पैदा करने की मैं उसमें अपना हिस्सा दूंगा."
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मेरा वजूद ही शिक्षा से है- अवध ओझा
अवध ओझा से पूछा गया कि मनीष सिसोदिया से जब भी हम बात करते तो वह कहते हैं कि मुझे एजुकेशन और पॉलिटिक्स में चुनना पड़े तो मैं एजुकेशन को चुन लूंगा अपने पॉलिटिक्स भी चुन ली है. इस पर उन्होंने कहा कि, "मैं भी यही कहा है कि मुझे अगर राजनीति और शिक्षा में चुनना होगा तो मैं शिक्षा को चुगा क्योंकि मेरा वजूद शिक्षा ने ही खड़ा किया है.
'सुबह 4 से 6 बच्चों की क्लास लूंगा'
उनसे पूछा गया कि अह बच्चों की क्लास कब होगी? तो उन्होंने तपाक से कहा कि, "मैंने पहले भी ऐसा ही किया है और अब फिर करूंगा. सुबह 4 से 6 बच्चों की क्लास लूंगा." उसके बाद उनसे पूछा गया कि आपकी पार्टी के ऊपर भी आरोप लगे हैं और आपके नेताओं अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया पर भी आरोप हैं उनके जवाब देने के लिए आप कितने तैयार हैं? इस पर उन्होंने कहा कि, 'जब कोई सवाल करेगा तो जवाब भी देंगे और एकदम प्योर तैयार हैं.'
'मैं हर दायित्व के लिए तैयार'
उसके बाद उनसे पूछा गया कि चुनावी यात्रा किस दिशा में बढ़ेगी? इस पर उन्होंने कहा कि, 'अगर यात्राएं करनी पड़ेगी, पदयात्राएं करनी पड़ेगी, चुनावी सभाएं करनी पड़ेगी तो उसके लिए भी मैंने ब्लूप्रिंट तैयार कर रखा है. जब हमने अवध ओझा से पूछा कि, अगर अरविंद केजरीवाल ने कह दिया कि चुनाव लड़ो क्योंकि अभी तो आप बच्चों को बता रहे थे लेकिन अब जन सेवक बनने की तैयार हैं? तो उन्होंने कहा कि, मैं हर दायित्व के लिए तैयार हूं