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दिल्ली में धूल भरी आंधी Photograph: (Social Media)
Weather Update : राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और आसापास के इलाकों में गुरुवार शाम को अचानक मौसम बदल गया. दिल्ली-एनसीआर में शाम को चली धूल भरी आंधी से तापमान में आई गिरावट के बाद लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिली. भारत मौसम विज्ञान विभाग की मानें तो एक वेस्टर्न डिस्टर्बेंस (पश्चिमी विक्षोभ) के प्रभाव के कारण गुरुवार और शुक्रवार को तेज हवाएं और हल्की बारिश होने की उम्मीद जताई गई है, जिसके वजह से अगले कुछ दिनों तक तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी. वहीं, दिल्ली में वायु गुणवत्ता स्तर खराब श्रेणी में बना हुआ है.
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#WATCH | Cloudy sky and soft breeze turn the weather in Delhi pleasant, bringing respite from the heat. Visuals from IGI Airport, Terminal 3. pic.twitter.com/LP7ljMe3rI
— ANI (@ANI) April 10, 2025
सबसे ज्यादा टेंपरेचर आयानगर में रिकॉर्ड
वहीं, गुरुवार को दिल्ली में मिनिमम टेंपरेचर 25.9 डिग्री सेल्सियस (सामान्य से 5.9 डिग्री ज्यादा) और मैग्जीमम टेंपरेचर 40.5 डिग्री सेल्सियर दर्ज किया गया. मौसम विभाग के अनुसार इस दौरान सबसे ज्यादा टेंपरेचर आयानगर में रिकॉर्ड किया गया. यहां मैग्जीमम टेंपरेचर 40.9 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. इसके अलावा पालम, सफदरजंग में भी पारा 40 डिग्री के पार रहा. मौसम विभाग के मानें तो मौसम में यह बदलाव पश्चिमी विक्षोभ की वजह से आया है. इस क्रम में तापमान में दो डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की जा सकती है. हालांकि पश्चिमी विक्षोभ का असर खत्म होने के बाद टेंपरेचर में एक बार फिर से बढ़ोतरी देखने को मिलेगी.
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क्या है मौसम की रिपोर्ट
भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार राजधानी दिल्ली में अगर मैग्जीमम टेंपरेचर 40 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा है तो यह सामान्य से चार डिग्री सेल्सियस अधिक है. मौसम में इस स्थिति को लू माना जा सकता है. जबकि सामान्य से छह डिग्री सेल्सियस से ज्यादा टेंपरेचर होने पर गंभीर लू की स्थिति मानी जाती है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में पिछले कुछ दिनों से गर्मी कहर बरपा रही है. गर्मी का यह आलम तो अप्रैल में है, अभी तो भीषण गर्मी के सारे महीने शेष बचे हैं. ऐसे में लोगों का मानना है कि अगर अप्रैल में गर्मी का यह हाल है तो मई और जून में क्या होगा.