दिल्ली में रविवार को रामलीला मैदान में हजारों की संख्या में लोगों ने केंद्र सरकार के अध्यादेश के खिलाफ अपना असंतोष व्यक्त किया. चिलचिलाती गर्मी से बेपरवाह 43 डिग्री के तापमान में पुरुषों, महिलाओं, बच्चों और बुजुर्ग प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे. धूप से बचने के लिए लोगों ने कई तरह से अपना बचाव कर रखा था. कड़ी धूप से बचने के लिए लोगों ने सिर को रूमाल और टोपी से ढंककर रखा था. मैदान के अंदर कूलर की व्यवस्था की गई थी. वहीं कुछ हाथ के पंखे के सहारे गर्मी से लड़ने का प्रयास कर रहे थे. आप कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर समर्थकों को पानी के पाउच और बोतलें बांटीं.
आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने विशेष सिग्नेचर कैप पहनी. उन्होंने तिरंगा ले रखा था. प्रदर्शनकारियों ने "केजरीवाल जिंदाबाद" और केंद्र सरकार के खिलाफ नारे लगाए, उनकी सामूहिक आवाज रामलीला मैदान के आसपास की सड़कों पर गूंज रही थी. यहां पर मौजूद लोगों ने सीएम अरविंद केजरीवाल सरकार की कार्यशैली की तारीफ की.
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कई लोगों ने आप सरकार के कार्यकाल में स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा के क्षेत्र में हुई प्रगति पर प्रसन्नता व्यक्त की. 68 वर्षीय आप समर्थक मुख्तार बेग ने कहा, "मेरे पोते पहले एक निजी स्कूल में पढ़ते थे. हमने उन्हें पिछले साल करोल बाग के सरकारी स्कूलों में स्थानांतरित कर दिया था. हमने कभी नहीं सोचा था कि सरकारी स्कूल इतनी अच्छी शिक्षा दे सकते हैं." उन्होंने कहा लोग मूर्ख नहीं हैं. वे सच्चाई जानते हैं." पूर्वी दिल्ली की 38 वर्षीय शिक्षिका राधिका शर्मा ने शैक्षिक व्यवस्था में सुधार के लिए आप के प्रयासों की प्रशंसा की.
रैली समर्थकों के लिए आप सरकार की उपलब्धियों को उजागर करने का यह एक अवसर था. दक्षिणी दिल्ली के एक 45 वर्षीय व्यवसायी नवीन कुमार ने स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र के उत्थान के प्रयासों की सराहना की. कुमार ने कहा, "मोहल्ला क्लीनिक और सरकारी अस्पताल आम आदमी के लिए वरदान रहे हैं. उन्होंने कहा कि वे व्यक्तिगत रूप से आप सरकार द्वारा प्रदान की जाने वाली उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवाओं का अनुभव कर चुके हैं. यह शर्म की बात है कि एलजी और भाजपा इस प्रगति को बाधित करने की कोशिश कर रहे हैं."