FAKE CBI GANG (Photo Credit: News Nation)
नई दिल्ली:
दिल्ली पुलिस की सेंट्रल जिले की पुलिस ने ईरानी गैंग (Irani Gang) का पर्दाफाश करते हुए 5 लोगों को गिरफ्तार किया है. ये लोग करोल बाग इलाके में सोना और हीरे के कारोबारियों से सीबीआई अफसर बन कर लूटपाट को अंजाम देते थे. इनकी पहचान मोहम्मद साबिर हुसैन, मोहम्मद काबली उर्फ इमरान उर्फ इमरान हुसैन, अनवर अली, शौकत अली जाफरी और मुख्तियार हुसैन उर्फ शेख मुख्तार उमर के रूप में हुई है. सभी ईरान के नागरिक हैं और मध्य प्रदेश के भोपाल में रहते थे, लेकिन यहां करोलबाग में इन लोगों ने चार वारदात को अंजाम दिया था. पुलिस ने आरोपियों के पास से सोने की जूलरी के साथ-साथ फर्जी सीबीआई आईडेंटिटी कार्ड भी बरामद किए हैं.
Delhi Police arrested 5 accused belonging to 'Irani gang' involved in cheating people posing as CBI (Central Bureau of Investigation) officers.
— ANI (@ANI) August 8, 2021
Three gold chain, 8 mobile phones, 2 torches & five fake Identity cards of CBI recovered, say Delhi Police pic.twitter.com/4Dn40MLngK
सेंट्रल दिल्ली के डीसीपी जसमीत सिंह ने बताया कि 27 जून को दिल्ली के करोल बाग इलाके में कुछ लोगों ने सोना व्यापारी से सीबीआई अफसर बनकर सोने के गहने छीन लिए थे. इस मामले के बारे में बताते हुए डीसीपी ने कहा कि 27 जून को करोल बाग के बैंक स्ट्रीट में सीबीआई अधिकारी बनकर इन लोगों द्वारा 300 ग्राम सोने के गहने छीनने की सूचना पुलिस को मिली थी. पूछताछ करने पर पता चला कि फिल्म 'स्पेशल 26' की तर्ज पर खुद को सीबीआई अधिकारी बताकर 4-5 लोग एक ज्वैलर के कर्मचारी के पास पहुंचे और उसके बैग की जांच के बहाने उसकी कुल 300 ग्राम सोने की चेन ले ली. इन पर 25 से अधिक मामले दर्ज हैं और दस मामले में भगोड़े घोषित हैं.
पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज कर करोलबाग में आसपास के एक किलोमीटर इलाके के सीसीटीवी फुटेज की जांच की. तब जाकर इन सभी (पांच) संदिग्धों के बारे में पता चला. सीसीटीवी फुटेज की तस्वीरों में इनकी कद-काठी को देखते हुए शक हुआ कि ये लोग ईरानी गैंग से जुड़े हो सकते हैं. पुलिस को छानबीन के दौरान पता चला कि सभी आरोपी भोपाल से दिल्ली वारदात को अंजाम देने आए थे.
फोटो मिलने के बाद पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए इनके संभावित ठिकानों पर छापे भी मारे, लेकिन इससे पुलिस को कोई खास मामले में कोई खास सफलता नहीं मिली. इसी बीच, एक अगस्त को ये पता चला कि आरोपी ट्रेन से इलाहाबाद जाने वाले हैं. समय न गंवाते हुए पुलिस की टीम ने सतर्कता बरती और झांसी में एक ट्रेन से पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.