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जहांगीरपुरी हिंसा: पुलिस के साथ घूमने वाला 'तबरेज' निकला मुख्य साजिशकर्ता, ऐसे खुली पोल

इन सब बवालों के पीछे जो व्यक्ति था, वो सांप्रदायिक सद्भाव का चोला ओढ़ हर समय वहीं मौजूद रहा. पुलिस के साथ घूमता रहा. तिरंगा यात्रा तक निकालता रहा. लेकिन अब उस शख्स की पोल खुल चुकी है, जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने उसे और उसके साथियों को...

Updated on: 08 May 2022, 04:53 PM

highlights

  • जहांगीरपुरी हिंसा का मास्टरमाइंड निकला तबरेज
  • दिल्ली पुलिस के साथ घूमने का वीडियो वायरल
  • हिंसा के बाद तिरंगा यात्रा निकाल कर जमा रहा था राजनीति

नई दिल्ली:

देश की राजधानी दिल्ली में महावीर जन्मोत्सव के समय शोभायात्रा पर पथराव के बाद जहांगीरपुरी इलाके में सांप्रदायिक तनाव पैदा हो गया था. इस मामले में पुलिस वाले भी घायल हुए थे. इसके बाद बुलडोजर चलने से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक का जिक्र आया. लेकिन इन सब बवालों के पीछे जो व्यक्ति था, वो सांप्रदायिक सद्भाव का चोला ओढ़ हर समय वहीं मौजूद रहा. पुलिस के साथ घूमता रहा. तिरंगा यात्रा तक निकालता रहा. लेकिन अब उस शख्स की पोल खुल चुकी है, जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने उसे और उसके साथियों को गिरफ्तार कर लिया है. दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने हिंसा के मुख्य साजिशकर्ता तबरेज खान समेत तीन और आरोपियों को गिरफ्तार किया है. सूत्रों के मुताबिक, तबरेज का नाम दिल्ली दंगो में भी सामने आया था.

सियासी सियार निकला तबरेज, खुद को रहनुमा के तौर पर करता था पेश

खास बात ये है कि जहांगीरपुरी हिंसा का यह आरोपी पथराव के बाद खुद को सांप्रदायिक सद्भावना के दूत के तौर पर प्रोजेक्ट कर रहा था. इसके पीछे की वजह उसके 'खतरनाक' राजनीतिक मंसूबे थे. बताया जा रहा है कि तबरेज पहले असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम का सदस्य था, लेकिन बाद में उसने एआईएमआईएम छोड़कर कांग्रेस जॉइन कर ली थी. फिलहाल ये दिल्ली नगर निगम की चुनावों की तैयारी कर रहा था. लेकिन अब दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने उसके मंसूबों का भंडाफोड़ कर दिया है और उसे सलाखों के पीछे भेज दिया है.

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दिल्ली पुलिस से हासिल की थी तिरंगा यात्रा की अनुमति

जानकारी के मुताबिक, हिंसा के बाद वह डीसीपी समेत तमाम आला अधिकारियों के इर्द-गिर्द ही दिखाई देता था. वह मंच से लेकर सड़क तक अक्सर इलाके की डीसीपी उषा रंगनानी के बगल में ही खड़ा या बैठा दिखाई देता था. इतना ही नहीं, शांति कायम करने का ढोंग करते हुए उसने ही इलाके में तिरंगा यात्रा भी आयोजित की थी और पत्र लिखकर पुलिस से इसके लिए अनुमति भी हासिल कर ली थी. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, तबरेज का जहांगीरपुरी पथराव में बेहद एक्टिव रोल था. इतना ही नहीं, तबरेज का नाम दिल्ली दंगो में भी सामने आया था. वह शाहीन बाग में भी आजाद चौक से बसें भर-भर के लेकर गया था और जाफराबाद में भी भीड़ इसी ने इकठ्ठा की थी. हालांकि, पुलिस ने केस मजबूत करने के लिए इसे गवाह बना लिया था. और अब जब जहांगीरपुरी में भी उसने यही गंदा खेल खेला, तो क्राइम ब्रांच ने सारी कड़ियों को जोड़ते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया है. अब तक इस मामले में तीन नाबालिगों समेत 36 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं.