logo-image

Jahangirpuri Violence जांच क्राइम ब्रांच को, FSL टीम ने भी जुटाए सबूत

फॉरेंसिक टीम और क्राइम ब्रांच ने सोमवार को मस्जिद के गेट पर आकर तमाम पत्थर व कांच की बोतलों की जांच की. इसके अलावा आसपास के लोगों से पूछताछ भी कर रही है.

Updated on: 18 Apr 2022, 11:07 AM

highlights

  • सोमवार को फोरेंसिक टीम के साथ क्राइम ब्रांच भी जहांगीरपुरी पहुंची
  • एक डीसीपी के नेतृत्व में 5 एसीपी और 10 इंस्पेक्टरों की टीम बनी
  • हिंसा में शामिल बाहरी तत्वों के एंगल से भी की जा रही है जांच

नई दिल्ली:

शोभा यात्रा के दौरान जहांगीरपुरी (Jahangirpuri Violence) में हुई हिंसा की जांच अंततः औपचारिक तौर पर क्राइम ब्रांच (Crime Branch) के हवाले कर दी गई है. एक डीसीपी की देखरेख में 5 एसीपी, 10 इंस्पेक्टरों की टीम बनाई गई है. सभी टीमों को अलग-अलग काम सौंपा गया है. इसके साथ ही सोमवार को फोरेंसिक टीम ने भी हिंसा से जुड़े सबूत एकत्र किए. सोमवार को भी इलाके में भारी सुरक्षा बल तैनात रहा, जहां अजीब सी शांति है. दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने रविवार तो 21 लोगों को गिरफ्तार किया है. इनमें दो नाबालिग और दिल्ली पुलिस की एफआईआर के मुताबिक मुख्य आरोपी अंसार भी शामिल है. 

फोरेंसिक टीम ने भी जुटाए सबूत
फॉरेंसिक टीम और क्राइम ब्रांच ने सोमवार को मस्जिद के गेट पर आकर तमाम पत्थर व कांच की बोतलों की जांच की. इसके अलावा आसपास के लोगों से पूछताछ भी कर रही है. सूत्रों की मानें तो जहांगीरपुरी हिंसा में बाहरी लोगों के शामिल होने के कुछ सबूत मिले हैं. इलाकाई लोगों का भी यही कहना है कि यहां के लोग भाई-चारे के साथ रहते आए हैं. बाहरी तत्वों ने सांप्रदायिक सौहार्द्र बिगाड़ने की कोशिश की है. इसके अलावा राजस्थान के करौली औऱ मध्य प्रदेश के खरगोन में भी इसी तर्ज पर हुई हिंसा से जहांगीरपुर हिंसा के तार तो नहीं जुड़ते, इसकी जांच भी की जाएगी. 

यह भी पढ़ेंः Jahangirpuri Violence : सुप्रीम कोर्ट में दो याचिका, NIA जांच की मांग

अंसार को माना जा रहा हिंसा का मास्टर माइंड
गौरतलब है कि शनिवार को हनुमान जयंती के मौके पर निकाले गए धार्मिक जुलूस पर हथियारबंद लोगों के एक समूह ने हमला कर दिया, जिससे हिंसा भड़क गई. पुलिस मामले की विस्तृत रिपोर्ट भी तैयार कर रही है जिसे गृह मंत्रालय को भेजा जाएगा. इस बीच पुलिस ने असलम के कब्जे से हिंसा में प्रयुक्त पिस्टल बरामद करने का दावा किया है. असलम को 14 अन्य लोगों के साथ पकड़ा गया था. उसने धार्मिक स्थल के बाहर गोलियां चलाईं. असलम से उसके सहयोगियों के बारे में और जानने के लिए पूछताछ कर रहे हैं. उसे अंसार ने उकसाया था. गिरफ्तार अंसार को मामले में मास्टरमाइंड माना जा रहा है. किसी अप्रिय घटना से बचने के लिए इलाके में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है.