logo-image

सैकड़ों की संख्या में किसान चिल्ला बार्डर पर जमे, जंतर मंतर पहुंचने पर अड़े

 भारतीय किसान यूनियन (भानु) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर भानु प्रताप सिंह ने केन्द्र सरकार से किसान आयोग के गठन की मांग की साथ ही कहा कि नौकरशाहों और नेताओं को इससे दूर रखा जाए.

Updated on: 02 Dec 2020, 04:52 PM

नोएडा:

 भारतीय किसान यूनियन (भानु) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर भानु प्रताप सिंह ने केन्द्र सरकार से किसान आयोग के गठन की मांग की साथ ही कहा कि नौकरशाहों और नेताओं को इससे दूर रखा जाए. नए कृषि कानूनों के खिलाफ सैकड़ों की संख्या में अपने समर्थकों के साथ सिंह कल शाम से ही चिल्ला बार्डर पर जमे हुए हैं. वह संसद और जंतर मंतर जाने की मांग कर रहे हैं.

दिल्ली पुलिस ने अवरोध लगा कर किसानों को रोक दिया है. किसान देर रात से ही धरना स्थल पर रागिनी और गीत-संगीत का कार्यक्रम कर रहे हैं, तथा कड़ाके की ठंड में धरने पर बैठे हैं. किसानों ने धरना स्थल पर ही खाना बनाने की व्यवस्था कर रखी है. सुबह धरना स्थल पर किसानों ने हवन किया, तथा केन्द्र सरकार को कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए सदबुद्धि देने की ईश्वर से प्रार्थना की.

इसे भी पढ़ें:किसानों के तेज हो रहे आंदोलन के बारे में हर सवाल का जवाब

पूर्व नियोजित कार्यक्रम के तहत मंगलवार को सिंह के नेतृत्व अलीगढ़, हाथरस, आगरा और गौतमबुद्ध नगर जिले के सैकड़ों किसान नोएडा में चिल्ला बॉर्डर पहुंच गए. किसानों ने बॉर्डर पर जाम लगा दिया है. वे मुख्य मार्ग पर अपने ट्रैक्टर ट्रॉली खड़े करके धरना दे रहे हैं. किसानों का कहना है कि वे दिल्ली में जंतर मंतर पर जाकर धरना देना चाहते हैं, अगर पुलिस उन्हें नहीं जाने देगी तो यहीं सड़क पर धरना देंगे लेकिन जब तक जंतर मंतर पर जाने की इजाजत नहीं मिलेगी, रास्ता नहीं छोड़ेंगे.

दूसरी ओर दिल्ली पुलिस ने अवरोध लगा रखे है. पुलिस का कहना है कि अगर बुराड़ी में संत निरंकारी मैदान में किसान जाना चाहते हैं तो कोई नहीं रोकेगा, लेकिन जंतर मंतर नहीं जाने दिया जाएगा. भानू के प्रदेश महासचिव बीसी प्रधान ने कहा कि जब तक काले कानून को वापस नहीं लिया जाता वह यहां से नहीं हटेंगे. किसान नेता बेगराज गुर्जर ने कहा कि जब तक किसान विरोधी कानून वापस नहीं होता तब तक किसान यहां से हटेंगे नहीं उन्होंने कहा कि नोएडा के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोग धरनारत किसानों के लिए खाने पीने की व्यवस्था कर रहे हैं पुलिस उपायुक्त (जोन प्रथम) राजेश एस ने बताया कि किसानों से देर रात तथा आज सुबह कई दौर की वार्ता की गई, लेकिन किसान अपनी मांग पर अड़े हुए हैं. उन्होंने कहा कि यातायात को सुचारू रूप से चलाने के लिए मार्ग परिवर्तित किया गया है.

और पढ़ें:हाथरस पीड़िता की फोटो छापने पर रोक लगाने से सुप्रीम कोर्ट का इनकार

उन्होंने लोगों से अपील की कि वे किसानों के आंदोलन के मद्देनजर नोएडा प्रवेश द्वार के रास्ते से जाने से परहेज करें. डीसीपी ने बताया कि मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. उन्होंने बताया कि दिल्ली पुलिस ने भी रास्ते को पूरी तरह से बंद कर दिया है, ताकि किसान दिल्ली में प्रवेश ना कर पाए. दिल्ली पुलिस की तरफ से भारी संख्या में पुलिस बल तथा अर्धसैनिक बल तैनात किया गया है.