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कैसे जिएंगे दिल्लीवासी? अब हवा ही नहीं, पानी भी जहरीला

अब तक दिल्ली की हवा लोगों का दम घोंट रही थी और अब पानी भी जहरीला हो गया है. ऐसे में दिल्लीवासियों के आगे जलसंकट पैदा हो गया है.

Updated on: 30 Oct 2020, 08:40 AM

नई दिल्ली:

जहरीली हवा में सांस लेने को मजबूर दिल्लीवासियों के लिए अब नई मुसीबत सामने आ खड़ी हुई है. अब तक दिल्ली की हवा लोगों का दम घोंट रही थी और अब पानी भी जहरीला हो गया है. ऐसे में दिल्लीवासियों के आगे जलसंकट पैदा हो गया है. हरियाणा द्वारा यमुना में छोड़े जाने वाले पानी में अमोनिया का स्तर असामान्य रूप से बढ़ गया है. जिससे दिल्ली के कुछ हिस्सों में जलापूर्ति प्रभावित हो गई है.

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हरियाणा द्वारा छोड़े जाने वाले यमुना के अशोधित जल में प्रदूषकों (अमोनिया) का स्तर असामान्य रूप से बढ़ जाने के चलते सोनिया विहार और भागीरथी जल शोधन संयंत्र में जल शुद्धिकरण कार्य प्रतिकूल रूप से प्रभावित हुआ है. इसके परिणामस्वरूप पूर्वी, उत्तर पूर्वी और दक्षिण दिल्ली के कुछ हिस्सों में आज और कल यानी दो दिन साफ पानी उपलब्ध नहीं होगा. ऐसे में लोगों के सामने बड़ा जलसंकट खड़ा होने वाला है.  

उधर, दमघोंटू हवा से दिल्लीवासियों की सांसें अटक रही हैं. गैस चैंबर बनी देश की राजधानी दिल्ली की आवोहवा दिनों दिन जहरीली होती जा रही है. इन सर्दियों के शुरुआत में आज पहली बार दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 450 के करीब जा पहुंचा है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, वायु गुणवत्ता सूचकांक आज दिल्ली के बवाना में सबसे ज्यादा 447 दर्ज किया गया है. जबकि आनंद विहार में एक्यूआई 408, पटपड़गंज में 404 और वज़ीरपुर में 411 है. इन सभी जगहों पर वायु गुणवत्ता 'गंभीर' श्रेणी में दर्ज की गई है.

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दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण की वजह हरियाणा और पंजाब से आने वाले पराली के धुंए को माना जा रहा है. क्योंकि केंद्र सरकार की वायु गुणवत्ता निगरानी एजेंसी के मुताबिक, दिल्ली के पीएम 2.5 प्रदूषण में पराली जलाये जाने से निकलने वाले प्रदूषकों की हिस्सेदारी बढ़कर 36 प्रतिशत हो गई है, जो इस मौसम में सर्वाधिक है. हालांकि सतह पर चलने वाली वायु गति और बेहतर मौसमी दशाओं के चलते स्थिति में शनिवार तक सुधार होने की संभावना है.