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आयुष्मान भारत योजना के नाम पर ठगी, गैंग का पर्दाफाश, चार हजार बेरोजगार बने शिकार

दिल्ली पुलिस (Delhi police) की साइबर सेल (cyber Sell) ने आयुष्मान भारत योजना (Ayushman Bharat) के नाम से वेबसाइट बनाकर मेडिकल फील्ड में नौकरी के नाम पर ठगी के बड़े धंधे का पर्दाफाश किया है.

Updated on: 01 Jun 2020, 12:16 PM

नई दिल्ली:

दिल्ली पुलिस (Delhi police) की साइबर सेल (cyber Sell) ने आयुष्मान भारत योजना (Ayushman Bharat) के नाम से वेबसाइट बनाकर मेडिकल फील्ड में नौकरी के नाम पर ठगी के बड़े धंधे का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने एक महिला सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है. इन लोगों ने रजिस्ट्रेशन फीस के नाम पर 4000 से ज्यादा लोगों को शिकार बनाया था. था. बेरोजगारों को आयुष्मान योजना के नाम पर फर्जी सरकारी वेबसाइट बनाकर वार्ड बॉय, नर्स, लैब असिस्टेंट, फार्मासिस्ट, आयुष मित्रा आदि के लिए नौकरी के ऑफर के नाम पर हजारों की ठगी की गई.

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300 से 500 रुपये लिए जाते थे
पूछताछ में सामने आया कि 4200 से अधिक लोगों से आयुष्मान योजना में नौकरी के लिए पंजीकरण के नाम पर 300 से 500 रुपये लिए गए. ठगों ने छह राज्यों - यूपी, एमपी, राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली और बिहार में 5116 रिक्तियों के लिए विज्ञापन निकाले गए. ऑनलाइन घोटाले को अंजाम देने के लिए धोखाधड़ी करने वालों ने शहरी और ग्रामीण इलाकों में शिविर भी लगाए.

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स्पेशल सेल को मिली थी शिकायत
इस गैंग का मास्टर माइंड उमेश है जो यूपी का रहने वाला है. इसके साथ ही रजत, गौरव और सीमा रानी को भी गैंग में शामिल कर लिया. 26 मई को स्पेशल सेल की साइबर यूनिट को शिकायत मिली थी कि कुछ लोग सरकारी वेबसाइट के नाम पर फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगों को नौकरियां देने का वादा कर रहे हैं और वेबसाइट भी बताई गई. इसके बाद स्पेशल सेल इस नेटवर्क तक पहुंची. आरोपी गौरव पहले एक मल्टी लेवल मार्केटिंग स्कीम से जुड़ा था, उसने पश्चिमी यूपी के गांवों में जनसभाओं का आयोजन शुरू किया ताकि लोगों को धोखाधड़ी की योजना में फंसाया जा सके और उन्हें शुरुआती रकम का भुगतान करके नौकरी के ऑफर के लिए पंजीकरण करने के लिए प्रेरित किया जा सके. इनके पास से इनके पास से 1 लैपटॉप, 4 फोन और एटीएम कार्ड बरामद हुए हैं.