logo-image

पूर्व AAP विधायक जरनैल सिंह का कोरोना से निधन, CM अरविंद केजरीवाल ने जताया दुख

आम आदमी पार्टी ( Aam Aadmi Party ) के पूर्व विधायक जरनैल सिंह का कोरोना वायरस के चलते निधन हो गया है. जरनैल सिंह का दिल्ली के राजीव गांधी अस्पताल में इलाज चल रहा था.

Updated on: 14 May 2021, 10:09 AM

highlights

  • पूर्व AAP विधायक जरनैल सिंह का निधन
  • कोरोना से संक्रमित मिले थे जरनैल सिंह
  • सीएम अरविंद केजरीवाल ने जताया दुख

नई दिल्ली:

आम आदमी पार्टी ( Aam Aadmi Party ) के पूर्व विधायक जरनैल सिंह का कोरोना वायरस के चलते निधन हो गया है. जरनैल सिंह का दिल्ली के राजीव गांधी अस्पताल में इलाज चल रहा था. कुछ दिनों पहले जरनैल सिंह ( Jarnail Singh ) कोविड से संक्रमित पाए गए थे. जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. लेकिन जरनैल सिंह आज कोरोना वायरस ( Corona Virus ) से जंग हार गए. पूर्व विधायक के निधन पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ( CM Arvind Kejrwal ) ने दुख जताया है.

यह भी पढ़ें : अब हरदीप पुरी और शशि थरूर में वैक्सीन नीति पर चले शाब्दिक बाण

आप के पूर्व विधायक जरनैल सिंह के निधन पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दुख वक्त करते हुए ट्विटर पर लिखा, 'दिल्ली के पूर्व विधायक जरनैल सिंह जी के असामयिक निधन से गहरा दुख हुआ. भगवान उनकी आत्मा को शांति दे. उन्हें समाज की भलाई के लिए दिए गए उनके योगदानों के लिए हमेशा याद किया जाएगा.'

उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी जरनैल सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'दिल्ली विधानसभा में अपने पूर्व साथी जरनैल सिंह के निधन का समाचार हम सबके लिए दुखद है. 1984 के नरसंहार के पीड़ित परिवारों के न्याय के लिए लड़ने वाली एक बुलंद आवाज हमारे बीच से चली गई. ईश्वर उन्हें अपने चरणों में जगह दे.'

यह भी पढ़ें : बद्रीनाथ धाम पर कोरोना का साया, कपाट खुलने से पहले यात्रा पर गए 5 जैनी श्रद्धालु संक्रमित 

गौरतलब है कि जरनैल सिंह 2015 में दिल्ली की राजौरी गार्डन विधानसभा सीट से विधायक चुने गए थे. 2014 में उन्होंने पहली बार आम आदमी पार्टी के लोकसभाचुनाव लड़ा था, जिसमें उन्हें हार मिली थी. लेकिन 2015 में विधायक चुने जाने के बाद पार्टी में भी उनका कद बढ़ा था. आम आदमी पार्टी ने उन्हें प्रवक्ता भी बनाया था. आपको बता दें कि जरनैल सिंह तत्कालीन गृह मंत्री पी चिदंबरम पर जूता फेंकने के बाद से चर्चा में आए थे. इससे पहले उन्होंने 1984 के दंगों का विरोध कर अपनी अलग पहचान बनाई थी.