काम पर नहीं लौटा अस्पताल स्टाफ तो दर्ज होगी एफआईआर, प्रशासन का सख्त आदेश

निजी अस्पताल के डॉक्टरों और नर्सों को तीन दिन के अंदर काम पर लौटने को कहा और चेतावनी दी कि ऐसा करने में विफल रहने वालों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाएगी. इन लोगों ने कोरोना वायरस महामारी के बीच ही नौकरी छोड़ दी थी.

निजी अस्पताल के डॉक्टरों और नर्सों को तीन दिन के अंदर काम पर लौटने को कहा और चेतावनी दी कि ऐसा करने में विफल रहने वालों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाएगी. इन लोगों ने कोरोना वायरस महामारी के बीच ही नौकरी छोड़ दी थी.

author-image
Kuldeep Singh
New Update
doctors

काम पर नहीं लौटा अस्पताल स्टाफ तो दर्ज होगी FIR, प्रशासन का सख्त आदेश ( Photo Credit : फाइल फोटो)

उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन ने सोमवार को एक निजी अस्पताल के डॉक्टरों और नर्सों को तीन दिन के अंदर काम पर लौटने को कहा और चेतावनी दी कि ऐसा करने में विफल रहने वालों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाएगी. इन लोगों ने कोरोना वायरस महामारी के बीच ही नौकरी छोड़ दी थी. अधिकारियों के मुताबिक, प्रशासन ने ग्रेटर नोएडा के शारदा अस्पताल के चार डॉक्टरों और 40 नर्सों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने की चेतावनी दी है.

Advertisment

यह भी पढ़ेंः इन 5 कारणों से निकल गई चीन की अकड़, एलएसी पर चीनी सेना दो किलोमीटर पीछे हटी

यह जिले में कोविड-19 के मरीजों के इलाज के लिए सबसे बड़े अस्पतालों में शामिल है. प्रशासन ने सोमवार को एक बयान में कहा कि उन डॉक्टरों और नर्सों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा जोकि कोविड-19 के दौरान नौकरी छोड़ रहे हैं और उनके खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी. शारदा अस्पताल के चार डॉक्टरों और 40 नर्सों को नौकरी छोड़ने के मद्देनजर आवश्यक निर्देश दिए गए हैं.

यह भी पढ़ेंः US राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का बड़ा बयान- चीन ने दुनिया और अमेरिका को बड़ा नुकसान पहुंचाया

स्वास्थ्य शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव रजनीश दूबे, गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी एलवाई सुहास और जिले के कोविड-19 प्रतिक्रिया के नोडल अधिकारी नरेंद्र भूषण समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने समीक्षा बैठक की, जिसके बाद यह बयान जारी किया गया.

Source : Bhasha

corona-virus noida news
Advertisment