logo-image

दिल्ली हिंसाः पिंजरा तोड़ ग्रुप से जुड़ी डीयू की दो लड़कियां गिरफ्तार

फरवरी के आखिरी हफ्ते में उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा मामले में दिल्ली पुलिस ने यूनिवर्सिटी की दो छात्राओं को गिरफ्तार किया है. दोनों पिंजरा तोड़ नाम के एक ग्रुप से जुड़ी थी. इनकी पहचान देवांगना और नताशा के तौर पर की गई है.

Updated on: 24 May 2020, 09:29 AM

नई दिल्ली:

फरवरी के आखिरी सप्ताह में नॉर्थ ईस्ट दिल्ली में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के विरोध प्रदर्शनों के दौरान हुई हिंसा (Delhi Violence) के मामले में दिल्ली पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दिल्ली यूनिवर्सिटी (Delhi University) के पिंजरा तोड़ ग्रुप से जुड़ीं दो छात्राओं को पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार किया. जानकारी के मुताबिक इनकी पहचान देवांगना और नताशा के रूप में की गई है. इन पर आरोप है कि इन्होंने ही 22 फरवरी की रात को सीलमपुर में 300-400 महिलाओं को जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के नीचे बिठाया था. इसके बाद ही इस इलाके में दंगों की शुरुआत हुई थी.  

यह भी पढ़ें: घरेलु उड़ानों को लेकर असमंजस में गैर बीजेपी राज्य, महाराष्ट्र- छत्तीसगढ़ तैयार नहीं

इस मामले में आलाधिकारी कुछ भी कहने से इनकार कर रहे हैं. पुलिस के मुताबिक, सीलमपुर में धरने पर बैठी महिलाओं को भड़का कर 22 फरवरी की रात को जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के नीचे बिठाने पर 24 फरवरी को जाफराबाद थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था. इस मामले में पिंजरा तोड़ ग्रुप की गुलफिसा फातिमा, नताशा, शुभांगी, देवांगना, परोमा और रुमशा के नाम सामने आए थे.

यह भी पढ़ें: लद्दाख में चीन ने 100 टेंट गाड़ बढ़ाए सैनिक, भारत भी आक्रामक रुख पर अड़ा

जानकारी के मुताबिक गुलफिसा जाफराबाद की रहने वाली हैं. बताया जा रहा कि यह डीयू के किरोड़ीमल कॉलेज की पूर्व छात्रा थी. पुलिस इन्हें पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. गुलफिसा पर स्पेशल सेल ने दंगों की साजिश में शामिल होने के लिए गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (UAPA) लगाया है, वह अभी जेल में हैं. इससे पहले भी दिल्ली पुलिस नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में हुई हिंसा के मामले में कई लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है.