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Delhi Red Fort Blast: दिल्ली में हुए लाल किला ब्लास्ट केस में अब नए और सनसनीखेज खुलासे हो रहे हैं. रोजाना इस मामले में चौंकाने वाला खुलासे भी हो रहे हैं. इस बीच एक बड़ी खबर सामने आई है. दरअसल लाल किले के पास हुआ धमाका कितना बड़ा था इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इस धमाके के बाद एक बॉडी पार्ट न्यू लाजपत राय मार्केट में मिला है. गुरुवार को दिल्ली पुलिस और फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) की संयुक्त टीम ने न्यू लाजपत राय मार्केट के पास से एक शव का टुकड़ा बरामद किया है. माना जा रहा है कि यह बॉडी पार्ट धमाके से जुड़ा हो सकता है.
फिलहाल इसे फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है ताकि डीएनए परीक्षण से यह पता लगाया जा सके कि यह अवशेष किसका है. इस घटना से जुड़ी हर जानकारी को पुलिस गंभीरता से खंगाल रही है.
धमाके में 12 की मौत, कई घायल
दिल्ली में लाल किला के पास हुए ब्लास्ट में 12 लोगों की मौत हुई थी और दर्जनों घायल हुए थे. इस धमाके ने दिल्ली ही नहीं, पूरे देश को हिला कर रख दिया था. जांच एजेंसियों का दावा है कि यह सिर्फ एक घटना नहीं, बल्कि देश के कई शहरों में सिलसिलेवार धमाकों की साजिश का हिस्सा थी. अब तक की जांच में कुछ महत्वपूर्ण सुराग सामने आए हैं, जो आतंक नेटवर्क की गहराई तक पहुंच का संकेत देते हैं.
चार शहरों में धमाके की थी साजिश
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक आतंकियों की योजना सिर्फ राजधानी दिल्ली को दहलाने की नहीं थी बल्कि ये चार अलग-अलग शहरों में तबाही मचाने की साजिश रच रहे थे. इसके लिए 8 संदिग्ध आतंकियों चार शहरों में सीरियल ब्लास्ट की योजना बना चुके थे. बताया जा रहा है कि इन संदिग्धों के पास आईईडी भेजे जाने थे.
Delhi terror blast case | Around eight suspects planned to carry out a serial blast at four locations. They had planned to move to four cities in groups of two each. Each group was supposed to carry multiple IEDs along with them: Investigative Agency Sources
— ANI (@ANI) November 13, 2025
फोरेंसिक रिपोर्ट में सामने आया डॉ. उमर का नाम
फोरेंसिक जांच ने इस केस में एक बड़ा मोड़ ला दिया है। डीएनए टेस्टिंग के जरिए यह पुष्टि हुई है कि धमाका करने वाला व्यक्ति डॉ. उमर उन नबी ही था. पुलिस को आई-20 कार के स्टीयरिंग के पास से पैर का एक हिस्सा मिला था. डीएनए मिलान के बाद यह साबित हुआ कि यह हिस्सा उमर का ही था. पहचान की पुष्टि उसकी मां के बायोलॉजिकल सैंपल से की गई.
फंडिंग और विस्फोटक सामग्री की खरीद का खुलासा
जांच में सामने आया है कि इस साजिश में डॉ. मुजम्मिल, डॉ. अदील और शाहीन ने अहम भूमिका निभाई थी. उन्होंने मिलकर करीब 20 लाख रुपये इकट्ठा किए, जो उमर को सौंपे गए. बाद में उमर और मुजम्मिल के बीच पैसों के बंटवारे को लेकर विवाद भी हुआ. पुलिस के अनुसार, उन्होंने हरियाणा के गुरुग्राम, नूंह और आसपास के इलाकों से लगभग तीन लाख रुपये मूल्य का एनपीके उर्वरक खरीदा, जिसका उपयोग आईईडी तैयार करने में किया गया.
एजेंसियां हाई अलर्ट पर, जांच तेज
दिल्ली पुलिस और राष्ट्रीय जांच एजेंसियां अब इस नेटवर्क के दूसरे सदस्यों की तलाश में जुटी हैं. राजधानी में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और ब्लास्ट साइट के आसपास के सभी क्षेत्रों से नमूने दोबारा एकत्र किए जा रहे हैं. यह केस न केवल दिल्ली बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों के लिए भी एक बड़ी चुनौती बन गया है. आगामी दिनों में जांच से और भी बड़े खुलासे होने की संभावना है.
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