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दिल्ली में रिकॉर्ड बारिश ने बढ़ाई ठंड, आज भी रिमझिम रहेगी जारी

22 जनवरी तक दिल्ली में 68 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो 1995 के बाद से सबसे अधिक है. 1995 में 69.8 मिमी बारिश हुई थी.

Updated on: 23 Jan 2022, 06:42 AM

highlights

  • शुक्रवार रात से शुरू बारिश शनिवार-रविवार रात भी रही जारी
  • 1995 के बाद दिल्ली में जनवरी में रिकॉर्ड 68 मिमी बारिश
  • पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी से आने वाले दिनों में गिरेगा तापमान

नई दिल्ली:

सर्दी के मौसम में सावन सरीखी रिमझिम बारिश और पहाड़ों पर बर्फबारी ने तापमान में गिरावट लाने का काम किया है. दिल्ली-एनसीआर में शुक्रवार आधी रात से शुरू हुई बारिश शनिवार-रविवार रात भी होती रही. ऐसे मौसम ने लोगों को फिर ठंड से कांपने पर मजबूर कर दिया. बारिश के साथ-साथ तेज हवा चलने से अधिकतम तापमान में सात डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है. आलम यह है कि 22 जनवरी तक दिल्ली में 68 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो 1995 के बाद से सबसे अधिक है. 1995 में 69.8 मिमी बारिश हुई थी. उधर पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी से आने वाले दिनों में तामपान और गिरने का अनुमान जताया गया है.

आज भी जारी रहेगा हल्की बारिश का दौर
मौसम विभाग ने दिल्ली-एनसीआर को लेकर पहले ही येलो अलर्ट जारी कर दिया था. आईएमडी के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ के चलते पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तरी राजस्थान में 21 से 23 जनवरी तक व्यापक वर्षा होने का अनुमान है. रविवार को भी आसमान में बादल छाये रहने एवं हल्की वर्षा का अनुमान जताया है. रविवार को अधिकतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है.

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पहाड़ों पर बर्फबारी से तापमान में गिरावट
जम्मू-कश्मीर में मौसम में हल्के सुधार के बाद शनिवार को फिर सभी ऊपरी इलाकों में बर्फबारी और निचले क्षेत्रों में बारिश शुरू हो गई. हालांकि हेलीकाप्टर सेवा प्रभावित होने के बावजूद यात्रा जारी रही और देशभर से मां के दर्शन को पहुंचे श्रद्धालुओं ने बर्फबारी का खूब आनंद उठाया. इसके साथ ही बारिश की वजह से शनिवार रात नौ बजे यात्रा रोक दी गई, जो रविवार सुबह छह बजे से फिर चालू कर दी गई. जम्मू के पर्यटनस्थल पत्नीटाप और नत्थाटाप में बर्फ की चादर और मोटी हो गई. उधर कश्मीर में सबसे ठंडा दौर कहलाने वाला 40 दिन का चिल्लेकलां 30 दिन पूरे कर अंतिम पड़ाव में प्रवेश कर चुका है. इसके बाद पहली फरवरी से कम तीव्रता वाली ठंड का दौर 20 दिवसीय चिल्लेखुर्द शुरू हो जाएगा.