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india gate( Photo Credit : social media )
Delhi Pollution: सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने दिल्ली में एक्यूआई के जो आंकड़े पेश किए हैं, वह हैरान कर देने वाले हैं. दिल्ली के कई हिस्सों में एक्यूआई 400 के पार पहुंच चुका है. आनंद विहार में ये 430, आरके पुरम में 417, पंजाबी बाग में 423 और जहांगीरपुरी में ये 428 तक पहुंच चुका है. इसे कम करने के प्रयास में दिल्ली अग्निशमन विभाग फौरी तौर पर पानी का छिड़काव कर रहा है. 13 जगहों का चुनाव कर यहां पर प्रदूषण को कम करने का प्रयास हो रहा है. इसके साथ कृत्रिम बारिश को कराने की मांग तेज हो गई है. ऐसा का कहा जा रहा है कि राजधानी में प्रदूषण बढ़ने के पीछे पारली जलाने की घटनाएं मुख्य वजह है. पड़ोसी राज्यों में दो माह के अंदर पराली जलाने की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं. यह आंकड़ा तीस हजार के पार है.
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फिर से 'गंभीर' श्रेणी में आ गया AQI
दिल्ली का अधिकतम तापमान सामान्य से एक डिग्री कम 27.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. बुधवार को दिल्ली में अधिकतम तापमान सामान्य से एक डिग्री नीचे 27.4 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया. वहीं राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता सूचकांक फिर से 'गंभीर' श्रेणी में आ गया. शाम चार बजे 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 401 दर्ज किया गया.
हवा की गुणवत्ता बहुत खराब दर्ज की गई.
राष्ट्रीय राजधानी का 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) हर दिन शाम 4 बजे दर्ज किया जाता है. ये बुधवार को 401 था. मंगलवार को यह 397 था. सोमवार को यह 358 और रविवार को 218, शनिवार को 220, शुक्रवार को 279 और गुरुवार को 437 था. पड़ोसी गाजियाबाद (378), गुरुग्राम (297), ग्रेटर नोएडा (338), नोएडा (360) और फरीदाबाद (390) में भी हवा की गुणवत्ता बहुत खराब दर्ज की गई.
अगले 2-3 दिनों में स्थिति नहीं बदलेगी
दिवाली के दो दिन बाद बुधवार सुबह दिल्ली की वायु गुणवत्ता 'बहुत खराब' श्रेणी में थी. न्यूनतम हवा की गति और सुबह के तापमान में कमी के साथ अगले 2-3 दिनों में स्थिति नहीं बदलेगी. दिवाली के एक दिन पहले बारिश होने के कारण पॉल्यूशन का स्तर तेजी से घटा मगर अब ये तेजी से बढ़ रहा है.
HIGHLIGHTS
- 13 जगहों का चुनाव कर प्रदूषण को कम करने का प्रयास हो रहा
- कृत्रिम बारिश को कराने की मांग तेज हो गई है
- प्रदूषण बढ़ने के पीछे पारली जलाने की घटनाएं मुख्य वजह है