NOC Scam: देश की राजधानी दिल्ली में लगातार फर्जी वीजा बनाने का मामला सामने आ रहा है. पिछले साल फर्जी वीजा बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ था तो अब नेपाली नागरिकों को विदेश भेजने के लिए नकली एनओसी बनाने वाला एक एजेंट गिरफ्तार किया गया है.
दिल्ली पुलिस की बड़ी कार्रवाई
पुलिस ने फर्जी वीजा बनाने वाले एजेंट को पकड़ा है, जो नेपाली दूतावास द्वारा जारी किए जाने वाले एनओसी को गलत तरीके से बनाता था. पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है. आरोपी की पहचान 44 वर्षीय दिनेश शर्मा के रूप में की गई है.
फर्जी एनओसी बनाने वाला एजेंट गिरफ्तार
आरोपी ने बताया कि वह टिकट एजेंट के रूप में काम करता है, लेकिन उससे वह अपने व परिवार की जरूरतों को पूरा नहीं कर पा रहा था. जिसके बाद वह रोहित चौधरी नाम के एक एजेंट के संपर्क में आया, जो लोगों से मोटी रकम लेकर उसे विदेश भेजने के लिए फर्जी वीजा या नौकरी के नाम पर पैसे वसूलता था.
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एक वीजा का 9-10 लाख रुपये
रोहित के संपर्क में आने के बाद दिनेश भी उसके साथ काम करने लगा. रोहित करीब हर व्यक्ति से फर्जी वीजा बनाने के नाम पर 9-10 लाख रुपये वसूलता है. दिनेश की गिरफ्तारी के बाद दिल्ली पुलिस अब फर्जी एनओसी बनाने वाले मास्टमाइंड रोहित चौधरी की तलाश कर रही है. साथ ही इस काम में जितने भी लोगों को संलिप्ता पाई गई है. पुलिस सबका पता कर रही है.
पुलिस पूछताछ में मास्टरमाइंड का खुलासा
आपको बता दें कि सितंबर, 2024 में दिल्ली पुलिस ने तिलक नगर में फर्जी वीजा फैक्ट्री का पर्दाफाश किया था. इस मामले में 6 एजेंट को गिरफ्तार भी किया गया था. ये लोग अवैध रूप से लोगों को विदेश भेजते थे. इस वीजा फैक्ट्री ने करीब 5 सालों में 4-5 हजार फर्जी वीजा बना चुके हैं. फर्जी वीजा बनाकर 300 करोड़ से ज्यादा की कमाई भी कर चुका है. एक वीजा के बदले करीब 8-10 लाख रुपये लिए जाते थे. यानी कि आरोपी हर महीने करीब 30-60 फर्जी वीजा बनाते थे.