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दिल्ली जल बोर्ड का आरोप- हरियाणा ने रोका दिल्ली के हिस्से का पानी, SC में जाने का फैसला

आप विधायक और दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष राघव चड्ढा (Raghav Chaddha) ने कहा कि हरियाणा दिल्ली के पानी के वैध हिस्से को रोक रहा है. उन्होंने दावा किया कि पड़ोसी राज्य द्वारा यमुना में छोड़ा जा रहा पानी अब तक के सबसे निचले स्तर पर है.

Updated on: 11 Jul 2021, 05:23 PM

highlights

  • दिल्ली में गर्मी आते ही पानी की भारी किल्लत
  • दिल्ली जल बोर्ड ने हरियाणा पर लगाया पानी रोकने का आरोप
  • राघव चड्ढा ने सुप्रीम कोर्ट जाने की चेतावनी दी

नई दिल्ली:

दिल्ली में पानी का महासंकट (Water Crisis in Delhi) देखने को मिल सकता है. देश की राजधानी पहले ही पानी की कमी की वजह से परेशान है. इस बीच दिल्ली जल बोर्ड (Delhi Jal Board) ने हरियाणा सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है. दिल्ली जल बोर्ड ने पानी के वैध हिस्से की आपूर्ति के लिए हरियाणा सरकार (Haryana Government) के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) जाने का फैसला किया है. आप विधायक और दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष राघव चड्ढा (Raghav Chaddha) ने कहा कि हरियाणा दिल्ली के पानी के वैध हिस्से को रोक रहा है. उन्होंने दावा किया कि पड़ोसी राज्य द्वारा यमुना में छोड़ा जा रहा पानी अब तक के सबसे निचले स्तर पर है.

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दिल्ली जलबोर्ड के उपाध्यक्ष राघव चड्ढा ने कहा कि जहां आम दिनों में  यमुना का स्तर 674.5 फिट रहता है वो अब घट कर 667 फिट ही रह गया है, जिसके कारण दिल्ली के तीन वाटर प्लांट चंद्रावल 90 MGD के बजाय सिर्फ 55 MGD, वज़ीराबाद स्थित प्लांट 135 MGD के बजाय सिर्फ 80 MGD ओर ओखला प्लांट 20 MGD की जगह सिर्फ 12 MGD पर ही काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि इस समय यमुना नदी में अब तक सबसे कम जल-स्तर है, क्योंकि दिल्ली के हिस्से का पानी हरियाणा ने रोक लिया है. 

राघव चड्ढा ने कहा कि दिल्ली जलबोर्ड ने फैसला किया है कि हम हरियाणा सरकार के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएंगे ताकि दिल्ली को उसके कानूनी हक का हिस्सा मिल सके जो माननीय सुप्रीम कोर्ट ने 1995 में तय किया था. हम हर संभव प्रयास कर रहे हैं, जहां पानी की सप्लाई सही है वहां के टैंकर्स हमने इन क्षेत्रों में लगा दिए हैं जहां पानी की कटौती हो रही है. उन्होंने कहा कि हम सड़क से लेकर कोर्ट तक का हर रास्ता अपना रहे है जिससे दिल्ली वालों को राहत दी जा सके.

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राघव चड्ढा ने कहा कि हरियाणा से यमुना में शून्य क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है. उन्होंने बताया कि चंद्रावल जल शोधन संयंत्र एक दिन में 90 मिलियन गैलन (एमजीडी) की सामान्य क्षमता की जगह 55 मिलियन गैलन जल ही शोधित कर रहा है. दिल्ली जल बोर्ड, गर्मी के महीने में शहर की 1,150 एमजीडी जल आपूर्ति की मांग की जगह 945 एमजीडी जल की आपूर्ति ही कर पा रहा है. मौजूदा समय में दिल्ली को हरियाणा से 609 एमजीडी की जगह 479 एमजीडी जल ही मिल रहा है. इसके अलावा दिल्ली को 90 एमजीडी पानी भूजल से और 250 एमजीडी ऊपरी गंगा नहर से मिलता है.