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Delhi flood: यमुना खतरे के निशान से ऊपर बह रही, 208 मीटर पहुंचा जलस्तर, LG ने बुलाई बैठक

Delhi flood: केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) ने पूर्वानुमान था कि 13 जुलाई सुबह 4 बजे से 6 बजे के बीच जलस्तर 207.99 मीटर पर पहुंचेगा

Updated on: 12 Jul 2023, 11:31 PM

highlights

  • रेलवे ब्रिज (ORB) पर 208.05 मीटर दर्ज किया गया जलस्तर
  • हथिनीकुंड बैराज से 1,47,857 क्यूसेक पानी को छोड़ा
  • एनडीआरएफ की कुल 12 टीमें तैनात कर दी गई हैं

नई दिल्ली:

Delhi flood:  दिल्ली में यमुना नदी खतरे के​ निशान से ऊपर बह रही है. इसका जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. राजधानी में बाढ़ के हालात पर उपराज्यपाल वीके सक्सेना और सीएम अरविंद केजरीवाल पर नजर बनाएं हुए हैं. एलजी ने गुरुवार को बाढ़ की स्थिति पर दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए, DDMA) की बैठक बुलाई है. इसमें सीएम अरविंद केजरीवाल भी शामिल होंगे. दिल्ली सरकार के अनुसार, बुधवार रात 9 बजे तक यमुना का जलस्तर पुराने रेलवे ब्रिज (ORB) पर 208.05 मीटर दर्ज किया गया. रात 8 बजे हथिनीकुंड बैराज से 1,47,857 क्यूसेक पानी को छोड़ा गया. केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) का पूर्वानुमान था कि 13 जुलाई सुबह 4 बजे से 6 बजे के बीच जलस्तर 207.99 मीटर पर पहुंचेगा. इसके बाद जलस्तर के स्थिर रहने की संभावना थी. मगर जलस्तर 208.05 मीटर तक पहुंच गया. 

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दिल्ली सरकार के अनुसार, प्रभावित इलाकों में बचाव कार्य जारी है. एनडीआरएफ की कुल 12 टीमें तैनात कर दी गई हैं. लोगों को सुरक्षित ठिकाने पर पहुंचाने के लिए 45 नावें लगाई गई हैं. गौरतलब है कि राजधानी में बुधवार शाम आठ बजे तक यमुना का जलस्तर 207.89 मीटर तक पहुंच गया. वहीं शाम छह बजे जलस्तर 207.81 मीटर था. दिल्ली में यमुना के खतरे का निशान 205.33 मीटर है.

एलजी ने किया दौरा

इस दौरान उपराज्यपाल ने बुधवार को यमुना के जलमग्न तटों का दौरा ​किया. सभी एजेंसियों की तैयारियों का जायजा लिया. किसी भी स्थिति में मदद को लेकर एनडीआरएफ की टीमों को तैनात किया. उन्होंने शहर के लोगों से अपील की कि वे घबराएं बिल्कुल नहीं. उन्होंने कहा कि जो बाढ़ में फंसे हुए हैं, वे वहां से सुरक्षित निकलने का प्रयास करें. 

सीएम ने की ये अपील

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रेसवार्ता के दौरान यमुना में तेजी से बढ़ रहे पानी को लेकर कहा, ये चिंता का विषय है. हथिनी कुंड से लगातार पानी छोड़ना जारी है। उन्होंने गृहमंत्रालय को पत्र लिखकर हस्तक्षेप की मांग की है. उन्होंने कहा कि अगर हथिनी कुंड से पानी नहीं रुका तो हालत और खराब हो सकते हैं.