Delhi Blast: क्या होता है Wolf Hour, Aurora और Luna? आरोपी इन कोड वर्ड्स के जरिए WhatsApp ग्रुप में रचते थे साजिश

Delhi Blast: लाल किले के पास हुए धमाके को लेकर खुलासे में कई बाते सामने आ रही हैं. बताया जा रहा है कि आरोपी एक दूसरे से कोड में बात किया करते थे. वे ‘लोन वुल्फ अटैक’ की तैयारी कर रहे थे.

Delhi Blast: लाल किले के पास हुए धमाके को लेकर खुलासे में कई बाते सामने आ रही हैं. बताया जा रहा है कि आरोपी एक दूसरे से कोड में बात किया करते थे. वे ‘लोन वुल्फ अटैक’ की तैयारी कर रहे थे.

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Mohit Saxena
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shaheen Photograph: (social media)

Delhi Blast: दिल्ली में लाल किले के पास हुए धमाके को लेकर नए-नए खुलासे जारी हैं. आरोपियों से पूछताछ में चौकने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं. आतंक को फैलाने के लिए इनके पास ऐसे पैतरे थे, जिन्हें पकड़ पाना आसान नही था. हालांकि की पकड़ में आने के बाद इनके पास से चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं. शाहीन और परवेज से जब पूछताछ हुई तो Wolf hour की बात सामने आई है. उसने बताया कि वे Wolf hour में सक्रिय होते थे, यानि आपस में संपर्क ​के लिए रात के एक खास समय का इस्तेमाल करते थे. इसे वे भेड़िये का समय कहते थे. 

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पूरा ब्योरा इसी समय के दौरान का मिला

उन्होंने बातचीत के लिए 11 से दो बजे तक का समय ​तय किया था. इस दौरान उनकी अधिकतर बातचीत और गतिविधियां हुआ करती थीं. चैटबॉक्स के मैसेज से लेकर आपसी बातचीत का पूरा ब्योरा इसी समय के दौरान का मिला है. बताया जा रहा है कि शाहीन ‘हाउल’ (Howl) कोड के जरिए ही बातचीत की शुरुआत करती थी.

इसके अलावा 'वुल्फ पैक' का नाम भी सामने आया. इस नाम से वाट्सएप ग्रुप का पता लगा है. इस ग्रुप की एडमिन शाहीन बताई गईं. मुख्य आरोपी परवेज और आरिफ भी इसी ग्रुप से जुड़े थे. आरिफ भी इस ग्रुप में था. आरिफ के नंबर के आगे ‘स्पाइरो’का नाम लिखा हुआ है. इस दौरान कोड नेम का उपयोग किया गया है. ये कोड नेम हैं ग्रिफ़िथ और कुरनेलियुस हैं. 

महिला आतंकियों की टीम ‘ऑरोरा’ और ‘लूना’

जांच एजेंसियों के अनुसार, ग्रुप से सामने आया है कि शाहीन महिला आतंकियों की दो अलग-अलग टीमें बना  रही थी. उसने इन टीमों के नाम तय किया था. इन टीमों के नाम मादा भेड़ियों के नाम ‘ऑरोरा’ और ‘लूना’ रखने की प्लानिंग थी. ग्रुप में शाहीन को मैडम सर्जन या अल्फा के नाम से पुकारा जाता था. 'वुल्फ आवर' में सभी जरूरी संदेश कोड वर्ड में दिए जाते थे. 

भेड़ियों की तरह घात लगाकर हमला करने की साजिश

पूछताछ में सामने आया है ‘लोन वुल्फ अटैक’ की प्लानिंग बनाई जा रही थी. शाहीन आरोपियों को भेड़ियों के पैटर्न पर घात लगाकर हमले की सलाह देती रही थी. ग्रुप में परवेज की तरफ से ‘लोन वुल्फ अटैक’ के बारे में भी जानकारी मांगी गई थी. इसके साथ परवेज के घर से छापेमारी के दौरान चापड़ (एक तरह की विस्फोटक सामग्री) मिली है. यह दर्शाता कि भीड़ वाले क्षेत्र में कभी भी बड़े हमले की फिराक में थे ये आरोपी. उन्हें स्पष्ट संदेश दिया गया था कि आप खुद को एक हथियार समझों और घात लगाकर हमला करो. इस तरह से अधिक से अधिक लोगों की जान ली जा सकती है. 

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