दिल्ली की हवा हुई जहरीली, AQI ने तोड़ा रिकॉर्ड, लागू हुआ GRAP-4

Delhi Air Pollution: दिल्ली में शनिवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक 431 के साथ ‘सीवियर’ श्रेणी में पहुंच गया, जो इस साल का सबसे खराब स्तर है. इसके साथ ही दिल्ली सरकार ने ग्रैप-3 से सीधे ग्रैप-4 लागू कर दिया है.

Delhi Air Pollution: दिल्ली में शनिवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक 431 के साथ ‘सीवियर’ श्रेणी में पहुंच गया, जो इस साल का सबसे खराब स्तर है. इसके साथ ही दिल्ली सरकार ने ग्रैप-3 से सीधे ग्रैप-4 लागू कर दिया है.

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Ravi Prashant
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दिल्ली में लागू हुआ ग्रैप-4 Photograph: (ANI)

Delhi Air Pollution: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शनिवार को जहरीली स्मॉग की मोटी परत छाई रही और वायु गुणवत्ता सूचकांक यानी AQI 431 दर्ज किया गया, जो इस साल अब तक का सबसे खराब स्तर है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार यह स्तर ‘सीवियर’ श्रेणी में आता है. इससे पहले 11 नवंबर को AQI 428 दर्ज किया गया था, जिसे अब पार कर लिया गया है.

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NCR के शहरों में भी गंभीर हालात

दिल्ली-NCR क्षेत्र में प्रदूषण की स्थिति बेहद गंभीर बनी हुई है. नोएडा में AQI 455 और ग्रेटर नोएडा में 442 दर्ज किया गया, जो दिल्ली से भी अधिक खराब स्थिति को दर्शाता है. NCR के अन्य शहरों में भी हवा सांस लेने लायक नहीं रही, जिससे पूरे क्षेत्र में स्वास्थ्य संबंधी जोखिम बढ़ गया है.

प्रदूषकों के फैलाव के लिए हालात प्रतिकूल

एयर क्वालिटी अर्ली वार्निंग सिस्टम के अनुसार शनिवार को प्रदूषकों के फैलाव के लिए मौसम की स्थिति अनुकूल नहीं रही. वेंटिलेशन इंडेक्स 6,000 वर्ग मीटर प्रति सेकेंड से नीचे रहा, जबकि औसत हवा की गति 10 किलोमीटर प्रति घंटा से कम दर्ज की गई. इसके कारण प्रदूषक वातावरण में ही फंसे रहे और स्थिति और बिगड़ गई.

प्रदूषण कैसे फैल रहा है? 

एयर क्वालिटी मैनेजमेंट के लिए बनाए गए डिसीजन सपोर्ट सिस्टम के अनुसार दिल्ली के प्रदूषण में परिवहन क्षेत्र का योगदान सबसे अधिक 14.2 प्रतिशत रहा. इसके बाद दिल्ली और आसपास की औद्योगिक इकाइयों का योगदान 6.8 प्रतिशत दर्ज किया गया. आवासीय स्रोतों से 3.6 प्रतिशत और निर्माण गतिविधियों से 1.8 प्रतिशत प्रदूषण जुड़ा.

पड़ोसी जिलों की बड़ी हिस्सेदारी

पड़ोसी NCR जिलों में गाजियाबाद का योगदान 13.7 प्रतिशत के साथ सबसे अधिक रहा. इसके बाद बागपत 9.8 प्रतिशत, गौतम बुद्ध नगर 7.6 प्रतिशत, बुलंदशहर 4.8 प्रतिशत, सोनीपत 4.4 प्रतिशत और मुजफ्फरनगर 2.2 प्रतिशत शामिल रहे. फरीदाबाद और गुरुग्राम का योगदान अपेक्षाकृत कम रहा.

सुबह के समय हालात और खराब

शनिवार सुबह 9 बजे दिल्ली का औसत AQI 397 दर्ज किया गया. कई इलाकों में दृश्यता बेहद कम रही और स्मॉग जमीन के करीब जमा रहा. CPCB के अनुसार सुबह के समय 21 निगरानी स्टेशन ‘सीवियर’ श्रेणी में दर्ज किए गए. वजीरपुर, विवेक विहार और जहांगीरपुरी सबसे प्रदूषित इलाकों में रहे.

मौसम का असर और आगे की चेतावनी

भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार शनिवार को अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक और न्यूनतम तापमान सामान्य से कम रहा. रविवार के लिए न्यूनतम 10 डिग्री और अधिकतम 24 डिग्री सेल्सियस तापमान का अनुमान है. मध्यम स्तर का कोहरा प्रदूषकों को सतह के पास ही फंसा सकता है, जिससे हवा की गुणवत्ता ‘सीवियर’ बने रहने की आशंका है.

लागू हुआ ग्रैप-4

दिल्ली में बिगड़ते प्रदूषण के हालात के बीच पहली बार इस सीजन में ग्रैप-4 लागू किया गया है.  ग्रैप-4 के तहत NCR में ट्रकों की एंट्री पर रोक लग सकती है और कई निर्माण कार्य अस्थायी रूप से बंद किए जाएंगे. CNG और BS-6 को छोड़कर बाहर से आने वाली गैर-जरूरी हल्की कमर्शियल गाड़ियों पर भी प्रतिबंध संभव है. दफ्तरों में 50% स्टाफ के साथ वर्क फ्रॉम ऑफिस लागू हो सकता है, वहीं स्कूलों में हाइब्रिड मोड की व्यवस्था की जा सकती है.

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Delhi NCR News
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