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Delhi Air Pollution: दिल्ली की हवा अब भी बेहद खराब, एनसीआर के ज्यादातर शहरों में AQI 300 के पार

Delhi Air Pollution: राजधानी दिल्ली और उसके आसपास के शहरों में अब भी प्रदूषण से सांस लेना दूभर बना हुआ है. दिल्ली के ज्यादातर शहरों में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में बनी हुई है.

Updated on: 21 Nov 2023, 06:57 AM

highlights

  • दमघोंटू बनी हुई है दिल्ली की हवा
  • 'बेहद खराब' श्रेणी में दिल्ली का एक्यूआई
  • प्रदूषण से अभी राहत की उम्मीद नहीं

New Delhi:

Delhi AQI Today: दिवाली के एक सप्ताह बाद राजधानी दिल्ली की हवा जहरीली बनी हुई है. राष्ट्रीय राजधानी के ज्यादातर इलाकों में अब भी हवा की गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में बनी हुई है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के मुताबिक, राजधानी में सोमवार सुबह वायु गुणवत्ता का स्तर 430 के पार पहुंच गया. इस दौरान आनंद विहार में एक्यूआई 388 और आरके पुरम में 353 रहा. जबकि पंजाबी बाग में 419 और आईटीओ में 335 एक्यूआई रहा. मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक, आने वाले दिनों में दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण के साथ साथ कोहरा भी छाने लगेगा.

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एनसीआर के ज्यादातर शहरों में एक्यूआई 'बेहद खराब'

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, पूरी दिल्ली में वायु गुणवत्ता 'बहुत खराब' श्रेणी में बनी हुई है. मंगलवार सुबह आनंद विहार में AQI 374, जहांगीरपुरी में 399, लोधी रोड में 315, न्यू मोती बाग में 370 रहा. सोमवार शाम दिल्ली का समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक 348 रहा. जबकि इस दौरान गाजियाबाद का एक्यूआई 321 और ग्रेटर नोएडा में वायु गुणवत्ता सूचकांक 318 रहा.

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उधर फरीदाबाद में एक्यूआई 329 रहा जबकि नोएडा का एक्यूआई 331 मापा गया. इन सभी शहरों की वायु की गुणवत्ता 'बहुत खराब' श्रेणी में है. जबकि गुरुग्राम में एक्यूआई 300 से नीचे दर्ज किया गया. गुरुग्राम में AQI 261 दर्ज किया गया. जो खराब श्रेणी में है. विभाग के मुताबिक, अगले कुछ दिनों तक वायु की गुणवत्ता में ज्यादा सुधार की संभावना भी नहीं है.

अब भी हो रही पराली जलाने की घटनाएं

पंजाब और हरियाणा में अब भी पराली जलाने के मामले सामने आ रहे हैं. दोनों राज्यों के खेतों में लगातार पराई जलाई जा रही है. जिससे चलते दिल्ली की हवा दमघोंटू बनी हुई है. दीवाली से पहले 10-11 नवंबर को यहां पराली जलाने की घटनाएं कम हुई थी. क्योंकि दिवाली से पहले हुई बूंदाबांदी के बाद यहां कम संख्या में पराली जलाने के मामले सामने आए थे. लेकिन दीवाली के बाद एक बार फिर से पराली जलाने की घटनाओं में तेजी होने लगी. 15 नवंबर को पंजाब में पराली जलाने की 2,544 घटनाएं दर्ज की गई.

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राजधानी में पहुंच रहा पराली का धुंआ

रविवार (19 नवंबर) को पंजाब में पराली जलाने के कुल 740 मामले दर्ज किए गए. राजधानी दिल्ली की वायु गुणवत्ता पर पराली जलाने का असर भी दिखाई दे रहा है. पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय द्वारा तैयार डिसीजन सपोर्ट सिस्टम के आंकड़ों के मुताबिक 15 नवंबर को दिल्ली की हवा में पराली के धुएं की हिस्सेदारी 24 प्रतिशत थी. डिसीजन सपोर्ट सिस्टम का अनुमान है कि अब अगले कुछ दिनों में पराली की हिस्सेदारी कम होगी. उसके बाद प्रदूषण में कमी आएगी. बता दें कि 3 नवंबर को दिल्ली की हवा में पराली के धुएं की मात्रा 35 फीसदी थी.

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गुरुवार तक 'बेहद खराब' श्रेणी में रहेगी दिल्ली की हवा

भारतीय उष्णदेशीय मौसम विज्ञान संस्थान के मुताबिक, सोमवार को हवाओं का रुख उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर रहा. इस दौरान हवा की गति 8 किमी प्रतिघंटा रही. मंगलवार को हवाओं के उत्तर-पश्चिम से चलने का अनुमान है. इस दौरान हवा बेहद खराब श्रेणी में बनी रहेगी. वहीं गुरुवार को हवाओं का रुख पूर्व की दिशा से रह सकता है. इस दौरान हवा की गति 8 किमी प्रतिघंटे रहने की संभावना है. जिसके चलते राजधानी और उसके आसपास के शहरों में हवा की गुणवत्ता 'बेहद खराब' श्रेणी में बनी रहेगी.