कोविड-19: दिल्ली में निषिद्ध क्षेत्रों के बाहर भी एंटीजेन टेस्ट शुरू, संक्रमितों की संख्या 94,000 के पार

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शुक्रवार को कोरोना वायरस के 2,520 नये मामले सामने आये जिससे शहर में इसके कुल मामले बढ़कर 94,000 से अधिक हो गए.

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Dalchand Kumar
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दिल्ली में निषिद्ध क्षेत्रों के बाहर भी एंटीजेन टेस्ट शुरू( Photo Credit : फाइल फोटो)

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (Delhi) में शुक्रवार को कोरोना वायरस के 2,520 नये मामले सामने आये जिससे शहर में इसके कुल मामले बढ़कर 94,000 से अधिक हो गए. वहीं, मृतक संख्या बढ़कर 2,923 हो गई. स्वास्थ्य विभाग के ताजा बुलेटिन में यह जानकारी दी गई. इस बीच, दिल्ली में शुक्रवार को निषिद्ध क्षेत्रों के बाहर भी एंटीजेन टेस्ट करना शुरु कर दिया. 23 जून को राष्ट्रीय राजधानी में एक दिन में सबसे अधिक 3947 नये मामले सामने आये थे. हालांकि पिछले छह दिनों के दौरान नये मामलों की संख्या ऊपर नीचे हुई है और आंकड़ों में कोई विशेष रुख देखने को नहीं मिला है.

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28 जून से एक जुलाई तक सामने आये मामले इस प्रकार हैं- 2,889 मामले (28 जून); 2,084 (29 जून); 2,199 (30 जून) और 2,442 (1 जुलाई). दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के बुलेटिन में शुक्रवार को कहा गया कि पिछले 24 घंटे में 59 मरीजों की मौत हुई है. दिल्ली में कोविड-19 से मरने वालों की संख्या बृहस्पतिवार को 2,864 थी. बुलेटिन में कहा गया है कि कोरोना वायरस संक्रमण से मरने वालों की संख्या बढ़कर 2,923 हो गई है और कुल मामलों की संख्या 94,695 हो गई है. अधिकारियों ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी के 445 निषिद्ध क्षेत्रों के बाहर भी रैपिड एंटीजेन टेस्ट शुरू किए गए हैं.

दिल्ली सरकार ने सभी जिलाधिकारियों को अपने कार्यक्षेत्र में प्रतिदिन 2,000 ऐसे टेस्ट करने की जिम्मेदारी दी है. उन्होंने बताया कि प्रत्येक जिले में 25-30 दलों का गठन किया गया है ताकि अधिक से अधिक एंटीजेन टेस्ट किए जा सकें. उधर, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने डॉक्टर असीम गुप्ता के परिजनों से शुक्रवार को मुलाकात की और उन्हें अनुग्रह राशि के रूप में एक करोड़ रुपये का चेक सौंपा. एलएनजेपी अस्पताल के डॉक्टर असीम गुप्ता की कोविड-19 के चलते मौत हो गई थी. केजरीवाल ने दिवंगत गुप्ता को ‘‘जनता का डॉक्टर’’ बताया और कहा कि यह सरकार का दायित्व है कि वह दूसरों के लिए अपना बलिदान करने वाले लोगों के परिजनों की मदद करे.

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मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया, ‘कोरोना वायरस की वजह से जान गंवाने वाले दिवंगत डॉ. असीम गुप्ता जी के परिवार से मुलाकात की. जनता के डॉक्टर को वापस लाने के लिए हम कुछ नहीं कर सकते, लेकिन यह हमारा दायित्व है कि हम उन लोगों के परिवारों की मदद करें जो हमारे लिए अपना जीवन बलिदान कर रहे हैं. आज परिवार को एक करोड़ रुपये की अनुग्रह राशि दी गई.’ दिल्ली सरकार महामारी के खिलाफ अग्रिम पंक्ति के योद्धाओं के रूप में दायित्व निभाते समय कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से जान गंवाने वाले अपने कर्मचारियों के परिवारों को एक-एक करोड़ रुपये की अनुग्रह राशि प्रदान कर रही है.

गुप्ता एलएनजेपी अस्पताल में डॉक्टर थे और वह दायित्व निभाते समय कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए थे. छह जून को आई जांच रिपोर्ट में उनके कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी. उन्हें हल्के लक्षण थे और वह एक पृथक-वास केंद्र में भेजे गए थे. सात जून को उनकी हालत बिगड़ गई और उन्हें एलएनजेपी अस्पताल की गहन देखभाल इकाई में भर्ती किया गया. बाद में, उन्होंने दक्षिणी दिल्ली के साकेत स्थित मैक्स स्मार्ट अस्पताल में दम तोड़ दिया. वहीं दिल्ली पुलिस के एक उप निरीक्षक की कोविड-19 से शुक्रवार को मौत हो गई.

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