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कोझिकोड हादसे में मृत सह-पायलट को दिल्ली हवाईअड्डे पर एयरलाइन्स कर्मियों ने दी श्रद्धांजलि

कोझिकोड विमान हादसे में जान गंवाने वाले सह-पायलट अखिलेश कुमार का पार्थिव शरीर शनिवार देर रात दिल्ली पहुंचा और हवाईअड्डे पर विभिन्न विमानन कंपनियों के करीब 200 पायलट और ग्राउंड स्टाफ सदस्यों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।

Updated on: 09 Aug 2020, 12:47 PM

दिल्ली:

कोझिकोड विमान हादसे में जान गंवाने वाले सह-पायलट अखिलेश कुमार का पार्थिव शरीर शनिवार देर रात दिल्ली पहुंचा और हवाईअड्डे पर विभिन्न विमानन कंपनियों के करीब 200 पायलट और ग्राउंड स्टाफ सदस्यों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। केरल के कोझिकोड हवाईअड्डे में शुक्रवार रात दुर्घटनाग्रस्त हुए एअर इंडिया एक्सप्रेस के विमान को मुख्य पायलट कैप्टन दीपक वसंत साठे (58) और सह-पायटल कैप्टन अखिलेश कुमार (32) उड़ा रहे थे। दुर्घटना में दोनों पायलट के अलावा विमान में सवार 16 अन्य लोगों की मौत हो गई थी।

विमानन उद्योग के एक अधिकारी ने बताया, “कुमार का पार्थिव शरीर शनिवार देर रात दो बजे इंडिगो की उड़ान संख्या 6ई2135 से कोच्चि से दिल्ली हवाईअड्डे लाया गया।” अधिकारी ने बताया, “इंडिगो, स्पाइसजेट, एअर इंडिया और एअर इंडिया एक्सप्रेस जैसी विभिन्न एयरलाइन कंपनियों के करीब 200 पायलट और ग्राउंड स्टाफ सदस्य हवाईअड्डे पर एकत्रित हुए और उन्हें श्रद्धांजलि दी।” एक अन्य अधिकारी ने बताया कि इसके बाद कुमार के पार्थिव शरीर को सड़क मार्ग से उत्तर प्रदेश के मथुरा ले जाया गया जहां उनका परिवार रहता है। अधिकारी के मुताबिक साठे का पार्थिव शरीर रविवार को उनके परिवार के पास मुंबई ले जाया जा सकता है। विमान चालक दल के छह सदस्यों समेत 190 लोगों के साथ दुबई से आ रहा एअर इंडिया एक्सप्रेस का एक विमान शुक्रवार रात भारी बारिश के बीच कोझिकोड हवाईअड्डे पर उतरने के दौरान हवाईपट्टी से फिसलने के बाद 35 फुट गहरी खाई में जा गिरा और उसके दो हिस्से हो गए थे। कुल 149 लोगों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। 23 को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है जबकि तीन की हालत नाजुक बनी हुई है।

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केंद्रीय नागर विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने शनिवार को संवाददाताओं को बताया कि वायुसेना के पूर्व विंग कमांडर, साठे सबसे अनुभवी कमांडरों में से एक थे जिन्हें 10,000 से अधिक उड़ान घंटों का अनुभव था और जिन्होंने कोझिकोड हवाईअड्डे पर 27 बार विमानों को सुरक्षित उतारा था।