सभी रामभक्तों का वर्षों का इंतजार अब जल्द ही खत्म होने वाला है. आने वाले 5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या में राम मंदिर का भूमि पूजन करने वाले हैं. वहीं मंदिर निर्माण और भगवान की राम की मूर्ति को तराशने के काम में भी कारीगर जुटे हुए हैं. इसके अलावा राम भक्त भी अलग-अलग तरह से मंदिर निर्माण में अपना योगदान दे रहें हैं. इसमें हिंदू ही नहीं बल्कि मुस्लिम भी शामिल है.
गौ सेवक के नाम से पहचाने जाने वाले फैज खान भगवान राम के ननिहाल छत्तीसगढ़ से मिट्टी अयोध्या ला रहे हैं. दरअसल, दक्षिण कौशल को मां कौशल्या का मायका माना जाता है, जो अब छत्तीसगढ़ के नाम से जाना जाता है. गौ सेवक फैज खान छत्तीसगढ़ से मिट्टी लेकर पैदल अयोध्या के लिए निकले हैं. उन्होंने छत्तीसगढ़ के चंद्रखुरी स्थित माता कौशल्या के मंदिर से पंडितों की मौजूदगी में मंत्रोच्चार के साथ मिट्टी को चांदी की डिब्बी में भरकर रामनगरी अयोध्या का रुख किया है.
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फैज ने बताया कि चंद्रखुरी को ही भगवान राम की ननिहाल माना जाता है. यहां पर बने मंदिर में भगवान राम को गोद में लिए हुए माता कौशल्या की मूर्ति है इसलिए वो ये मिट्टी लेकर पैदल अयोध्या जा रहे है.इस बार रायपुर माता कौशल्या के जन्मस्थान से मिट्टी लेकर 23 जुलाई को चला हूं और 4 अगस्त को अयोध्या पहुंच जाऊंगा.
उन्होंने आगे कहा कि मेरे इस कदम से किसी को कोई आपत्ति नहीं होना चाहिए. मैं श्रीराम बोलकर सेवाभाव में खुद लगा हूं.जो संत हमारा विरोध कर रहे है उनका भी हृदय पिघलेगा क्योंकि संत का हृदय तो कोमल होता है.
बता दें कि शनिवार को सीएम योगी आदित्यनाथ मंदिर निर्माण स्थल का और भूमि पूजन स्थल का निरीक्षण किया. उन्होंने वहां तैयारियों को लेकर अधिकारियों को निर्देश भी दिए. योगी आदित्यनाथ ने राम जन्मभूमि स्थल पर भगवान राम की पूजा की. इसके साथ ही उन्होंने रामलला की पूजा करने के बाद भरत, शत्रुघ्न और लक्ष्मण को नए आसन पर विराजमान कराया. इसके बाद सीएम हनुमान गढ़ी पहुंचकर भगवान हनुमान की पूजा अर्चना की.