जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव करीब आ रहा है, बिहार के सीएम नीतीश कुमार वैसे..वैसे एक्टिव होते जा रहे हैं. कभी सुबह-सुबह सचिवालय पहुंच जाते हैं तो कभी किसी कार्यालय का औचक निरीक्षण कर कर्मचारियों को साफ संदेश देते हैं कि काम में कोताही पर कार्रवाई से पीछे नहीं हटेंगे. एक तरफ अधिकारियों और कर्मचारियों पर लगाम कसते हैं तो दूसरी तरफ राजनीति में विरोधियों को चित करने के लिए अपने सहयोगियों के साथ तालमेल बिठाकर काम करते हैं. कुछ इसी तरह का नजारा रविवार को भी देखने को मिला जब केंद्रीय गृहमंत्री बिहार के दौरे पर पहुंचने वाले थे इससे पहले नीतीश कुमार अपनी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह से मिलने उनके आवस पर पहुच गए. वहीं नीतीश कुमार ने सुबह-सुबह अचानक ललन सिंह के घर पहुंचकर सबको चौंका दिया.
आपको बता दें कि एक तरफ अमित शाह आने वाले थे तो दूसरी तरफ ऐसी मुलाकात के जो भी मायने हों, इसे राजनीति से भी जोड़ा जा रहा है. हालांकि इस मुलाकात को शिष्टाचार मुलाकात बताया जा रहा है, लेकिन ये भी तय है कि जब दो नेता मिलेंगे तो राजनीति पर बात जरूर होगी. यह मुलाकात ऐसे वक्त हुई जब बीजेपी के वरिष्ठ नेता बिहार के दौरे पर थे. ललन सिंह पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, इसलिए इस मुलाकात के कई मायने हैं, लेकिन अब क्रोनोलॉजी समझिए. भारत गठबंधन को लेकर नीतीश कुमार ने कांग्रेस से नाराजगी दिखाई, जिसके बाद लालू यादव ने नीतीश कुमार से मुलाकात की, फिर कांग्रेस को जैसे पता चला कि नीतीश नाराज हैं. खड़गे जी का फोन आया, अभी राजनीतिक मंथन चल ही रहा था कि सुबह-सुबह ललन सिंह नीतीश कुमार ने उनसे मिलकर सबको चौंका दिया. बता दें कि, कुछ दिन पहले ललन सिंह अचानक राबड़ी आवास पहुंचे थे, जहां उन्होंने लालू यादव से आधे घंटे तक मुलाकात की थी. इसको लेकर कयास लगाया गया है कि लालू यादव और ललन सिंह ने सीटों को लेकर चर्चा की है, लेकिन जिस तरह से नीतीश की नाराजगी के बाद कांग्रेस और राजद ने डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश की, क्या ये संभव है कि सीएम ने अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष से मुलाकात की हो और इस बात पर मंथन किया हो कि जेडीयू को कितनी सीटें मिलनी चाहिए? खैर ये बस कयास है.
वहीं ललन सिंह के आवास पर रहने के कुछ देर बाद सीएम नीतीश कुमार पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह से मिलने के लिए पहुंच गए. ललन सिंह और वशिष्ठ नारायण सिंह से सीएम की ये मुलाकात उसी क्रम का हिस्सा है जिसमें वो अक्सर नेताओं से मिलने इन दिनों उनके आवास पर अचानक पहुंच जा रहे हैं. वजह जो भी हो, लेकिन मुलाकात को अहम माना जा रहा है.
इसके साथ ही आपको बता दें कि बीते शनिवार को भी नीतीश कुमार ने ऐसे ही सरप्राइज दिया था. वो सुबह-सुबह जेडीयू कार्यालय पहुंच गए थे. इसके बाद वित्त मंत्री और उनके करीबी विजय कुमार चौधरी से मिलने उनके आवास पहुंचे. यहां कुछ देर रुकने के बाद वह अपने सचिव दीपक कुमार के आवास पर भी गये. दोनों से मुलाकात के बाद अपने आवास पर लौट गए. इसके अवाला भी नीतीश कुमार कभी विकास भवन तो कभी विश्वेश्वरैया भवन में अचानक पहुंचकर निरीक्षण कर चुके हैं. सीएम के इस एक्टिवनेस को लोकसभा और विधानसभा चुनाव की तैयारियों से जोड़ कर देखा जा रहा है.
HIGHLIGHTS
- क्यों अचानक ललन सिंह से मिलने पहुंचे सीएम
- क्या मुलाकात है बहाना, 2024 पर है निशाना
- शाह के दौरे के बीच मुलाकत से उठ रहे कई सवाल ?
Source : News State Bihar Jharkhand