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संविधान को लेकर ये क्या बोल गए सुशील मोदी!

उन्होंने गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर जनता को बधाई दी और कहा कि बाबा साहब अम्बेडकर और डा. राजेंद्र प्रसाद ने हमें ऐसा मजबूत संविधान दिया है, जिसमें निहित आरक्षण व्यवस्था से कोई छेड़छाड़ नहीं कर सकता.

Updated on: 25 Jan 2023, 07:33 PM

highlights

  • गणतंत्र दिवस की सुशील मोदी ने दी शुभकामनाएं
  • कहा-संविधान से नहीं किया जा सकता छेड़छाड़

Patna:

बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम व बीजेपी से राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर अपना संदेश जारी किया. उन्होंने गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर जनता को बधाई दी और कहा कि बाबा साहब अम्बेडकर और डा. राजेंद्र प्रसाद ने हमें ऐसा मजबूत संविधान दिया है, जिसमें निहित आरक्षण व्यवस्था से कोई छेड़छाड़ नहीं कर सकता. उन्होंने कहा कि समाज के पिछड़े, अतिपिछड़े, दलित और वनवासी समुदाय के लोगों को आरक्षण मिलने से विषमता की खाई पाटने में बड़ी मदद मिली. इससे हमारा गणतंत्र सशक्त हुआ.

सुशील मोदी ने कहा कि कहा कि आपातकाल के दौरान तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने संवैधानिक तानाशाही लाने की मंशा से संविधान के मूल स्वरूप को बदलने की कोशिश की थी, लेकिन जनता ने उन्हें कड़ा सबक सिखाया. उन्होंने कहा कि आपातकाल के बाद संसद ने ऐसी पक्की व्यवस्था की कि अब कोई व्यक्ति संविधान के साथ मनमानी नहीं कर सकता.

कर्पूरी ठाकुर के आदर्शों के विपरीत काम करने वालों से मिल गए नीतीश: सुशील मोदी

इससे पहले बिहार के जननायक कहे जाने वाले कर्पूरी ठाकुर की 99वीं जयंती के अवसर पर बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम व बीजेपी राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने सीएम नीतीश कुमार पर एक बार फिर से हमला बोला है. कर्पूरी जयंती पर स्थानीय विद्यापति भवन में आयोजित समारोह में सुशील मोदी ने कर्पूरी ठाकुर का जिक्र करते हुए कहा कि जननायक कर्पूरी ठाकुर ने सवर्ण गरीबों को आरक्षण, सामाजिक समरसता और  ईमानदारी से लेकर गैर-कांग्रेसवाद तक जितने भी ऊँचे आदर्श स्थापित किये, उन सबके विपरीत काम कर रहे हैं नीतीश कुमार और लालू प्रसाद.

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सुशील मोदी ने आगे कहा कि  कर्पूरी जी ने सवर्ण जातियों के गरीबों को 3 फीसद आरक्षण दिया था, लेकिन नीतीश कुमार उन लोगों के साथ चले गए, जो सवर्ण गरीबों को 10 फीसद आरक्षण देने के मोदी सरकार के निर्णय का विरोध करते हैं. उन्होंने कहा कि कर्पूरी जी समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर चलते थे, जबकि नीतीश कुमार उन लोगों के साथ हैं, जो श्रीरामचरित मानस और सवर्ण जातियों की निंदा कर जातीय विद्वेष भड़का रहे हैं.

नीतीश कुमार ने किया समझौता

सुशील मोदी ने आगे कहा कि नीतीश कुमार की पार्टी के एमएलसी ने देश के शहरों को कर्बला बनाने की धमकी दी, लेकिन वे चुप्पी साधे रहे. नीतीश  कुमार कुर्सी जाने के डर से राजद कोटे के बड़बोले मंत्रियों के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं करते. कर्पूरी ठाकुर ने कांग्रेस से कभी समझौता नहीं किया, जबकि लालू प्रसाद और नीतीश कुमार कांग्रेस की गोद में बैठ गए.

कर्पूरी ठाकुर को याद करते हुए सुशील मोदी ने कहा कि तीन बार मुख्यमंत्री रहने के बावजूद कर्पूरी ठाकुर अपना मकान नहीं बनवा पाये. उनके बैंक खाते में मात्र 887 रुपये मिले . दूसरी तरफ नीतीश सरकार के डिप्टी सीएम तेजस्वी प्रसाद यादव पटना से दिल्ली तक अरबों रुपये की 53 सम्पत्तियों के मालिक हैं.