पुलिस से ही आरोपी करता था ठगी, झूठी रिपोर्ट दर्ज कराकर वसूलता था मोटी रकम
पुलिस से ही ठगी का काम कर रहा था वो भी सिर्फ बिहार ही नहीं बल्कि कई राज्यों की पुलिस को उसने ठगने का काम किया है. हर थाने में झूठी रिपोर्ट दर्ज करवाकर वो मोटी रकम वसूलता था. गिरफ्तार आरोपी खुद को NRI बताता था.
पुलिस से ही ठगी का काम कर रहा था वो भी सिर्फ बिहार ही नहीं बल्कि कई राज्यों की पुलिस को उसने ठगने का काम किया है. हर थाने में झूठी रिपोर्ट दर्ज करवाकर वो मोटी रकम वसूलता था. गिरफ्तार आरोपी खुद को NRI बताता था.
गया जिले में पुलिस ने एक ऐसी आरोपी को गिरफ्तार किया है. जो पुलिस से ही ठगी का काम कर रहा था वो भी सिर्फ बिहार ही नहीं बल्कि कई राज्यों की पुलिस को उसने ठगने का काम किया है. हर थाने में झूठी रिपोर्ट दर्ज करवाकर वो मोटी रकम वसूलता था. गिरफ्तार आरोपी खुद को NRI बताता था. गया पुलिस ने अब इस मामला का खुलासा किया है. वो गया में भी घूमने आया था और उसके बाद थाने में जाकर पैसे लूटने का मामला दर्ज कराया पुलिस ने तत्परता से कार्रवाई की जिसके बाद जो खुलासा हुआ उसे जान खुद पुलिस भी हैरान हो गई.
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आरोपी खुद को बताता था NRI
दरअसल गया के सिविल लाइन थाना पुलिस ने खुद को NRI बताकर झूठी रिपोर्ट दर्ज कराने वाले आरोपी सेबी डिसिल्वा को गिरफ्तार कर लिया है. गया SSP अशीष भारती ने मामले की पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपी खुद को नॉर्थ गोवा और बेल्जियम में जॉब करने की बात बताकर NRI बनकर थाने में झूठी रिपोर्ट दर्ज कराकर मोटी रकम वसूलता था. पुलिस द्वारा पूछताछ में गिरफ्तार आरोपी ने खुद का नाम सेबी डिसिलवा बताया है.
11 मार्च को गया आया था घूमने
उन्होंने बताया कि गया के सिविल लाइन थाना में 12 मार्च को टोटो चालक पर पैसा लूटने का प्राथमिकी दर्ज कराने आरोपी थाने में आया था. वो 11 मार्च को गया घूमने गया था और हिंदी बोलने में अपने आपको असमर्थ बता रहा था. उसने पहले तो टोटो चालक को बताया की उसे यूरो करेंसी को भारतीय मुद्रा में बदलनी है. जिसके बाद टोटो चालक के द्वारा पिस्टल दिखाकर मोबाइल,लैपटॉप, 3100 यूरो लूट लिया गया. विदेशी नागरिक होने के कारण पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए टेक्निकल सेल को मामले की जांच के लिए गया एसएसपी आशीष भारती ने निर्देश दे दिया था.
जिसके बाद टेक्निकल सेल की टीम ने शहर के विभिन्न स्थानों पर लगी CCTV कैमरा का फुटेज को खंगाला, लेकिन उसमें कुछ भी संदिग्ध नहीं पाया गया. इसी तरह देश के कई राज्यों के थाने में जाकर उसने सामान छीनने जाने का आवेदन देकर पुलिसकर्मियों तथा आम नागरिकों से रुपए की ठगी कर लिया करता था. इस मामले में पिछले वर्ष सासाराम टाउन थाना में भी इसी तरह झूठी प्राथमिकी दर्ज कराने के नाम पर पैसे की ठगी की घटना को अंजाम दिया गया था.