बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष व बीजेपी नेता विजय सिन्हा ने एक बार फिर से जातीय जनगणना के मुद्दे को लेकर सूबे के सीएम नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और आरजेडी चीफ लालू यादव पर करारा हमला बोला है. विजय सिन्हा ने कहा कि बीजेपी ने जातीय गणना का समर्थना किया था लेकिन सरकार की नीयत में खोट है और माननीय न्यायालय नीतीश सरकार की मंशा को समझ चुकी है और इसलिए ही जातीय जनगणना पर रोक लगा दी है. उन्होंने डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर जातीय गणना के बहाने बिहार में उन्माद फैलाने की मंशा रखने का आरोप लगाया है.
RJD जाति से बाहर नहीं निकल सकती
विजय सिन्हा ने कहा कि आरजेडी कभी भी जाति से बाहर नहीं निकल सकती. वह जाति-पात के नाम पर राजनीति करती है. आरजेडी जाति के नाम पर राजनीति करना चाहती है लेकिन अपनी जाति का उत्थान नहीं कर पाई है. जो अपने घर के बाहर नहीं जा सकता वह जाति के नाम पर क्या किसी का उत्थान करेंगे, वह जाति के नाम पर लोगों को क्या लाभ पहुंचाएंगे? जातीय जनगणना के बहाने आरजेडी बिहार में जातीय उन्मानद पैदा करना चाहते थे. इनकी मंशा को माननीय न्यायालय ने समझ लिया और अब जब माननीय न्यायालय समीक्षा कर रहा है तो आरजेडी को बेचैनी क्यों हो रही है?
लालू ने क्यों नहीं कराई जातीय जनगणना?
विजय सिन्हा ने सवालिया लहजे में कहा कि 33 साल तक बड़े भाई लालू यादव और नीतीश कुमार सत्ता में थे उन्होंने क्यों जातीय जनगणना नहीं कराई? उन्हें क्यों ये नहीं लगा कि अगर जातीय गणना से ही लोगों का कल्याण हो सकता है, तो उन्होंने क्यों जातीय जनगणना नहीं कराई? उन्हें कौन रोका था? किसी भी विद्यालय के भवन में हर जाति के बच्चे पढ़ते हैं. जातीय गणना से क्या समाधान करेंगे शिक्षा के अंदर? कौन सा समाधान होगा इससे? सरकारी विद्यालय में कमजोर का बच्चा, दलित, शोषित, पिछड़ों का बच्चा पढ़ता है. यहां जातीय गणना से क्या प्रभावित होगा. कौन रोका है विद्यालय में टीचर देने से? कौन रोका है विद्यालय में भवन देने से? कौन रोका है विद्यालयों का आधारभूत संरचना मजबूत करने से. इनकों सिर्फ नाटक करना है.
जातीय नरसंघार से सत्ता सुरक्षित रखते थे लालू यादव
विजय सिन्हा ने लालू यादव पर हमला करते हुए कहा कि जातीय नरसंघार से अपनी सत्ता को लालू यादव सुरक्षित रखने का काम करते थे. जब उन्हें छोटे भाई (नीतीश कुमार) का साथ मिला तो मंत्र दिए कि जातीय जनगणना को आधार बनाओ, उन्माद फैलाओ तब सत्ता मिलेगी और इसी को लेकर ये लोग तमासा करना चाहते हैं. जातीय जनगणना के मामले का बीजेपी द्वारा समर्थन किया गया था. लेकिन सरकार की नीयत में खोट था. नीतीश सरकार का विचार विकास के लिए बल्कि उन्माद के लिए था. इसलिए माननीय न्यायालय इसकी समीक्षा कर रहा है और अब चला-चली की बेला में चाहते हैं कि कई झमेला खड़ा कर दें? लेकिन माननीय न्यायालय समझ गया है कि जातीय जनगणना कराकर नीतीश सरकार विकास नहीं बल्कि उन्माद पैदा करना चाहता है.
HIGHLIGHTS
- विजय सिन्हा ने बोला आरजेडी पर हमला
- जातीय जनगणना को लेकर कसा तंज
- सीएम नीतीश, लालू, तेजस्वी यादव पर बोला हमला
- जातीय गणना के बहाने उन्माद फैलाना चाहते हैं तेजस्वी-विजय सिन्हा
Source : News State Bihar Jharkhand