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मोदी ने फिर की बिहार में डिजिटल चुनाव की वकालत, दिया यह तर्क

कोरोना काल के दौर में भारतीय जनता पार्टी के नेता और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने एक बार फिर बिहार में डिजिटल चुनाव की वकालत की है.

Updated on: 22 May 2020, 08:17 AM

पटना:

कोरोना काल के दौर में भारतीय जनता पार्टी के नेता और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने एक बार फिर बिहार में डिजिटल चुनाव की वकालत की है. मोदी ने ट्वीट कर तर्क दिया कि कोरोना संक्रमण ने दुनिया भर में जब कामकाज का तरीका बदल दिया, तब इस साल बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Elections) भी डिजिटल तरीके से ऑनलाइन क्यों नहीं हो सकता? सुशील मोदी (Sushil Modi) ने कहा कि चुनाव आयोग अगर ऐसी व्यवस्था करता है तो वह निष्पक्षता और पारदर्शिता भी सुनिश्चित करेगा.

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विपक्षियों पर हमला बोलते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा कि इसको लेकर केवल वही लोग दुराग्रही हो सकते हैं, जिन्हें ईवीएम आने के बाद से बूथ लूटकर सत्ता हथियाने के मौके मिलने बंद हो गए. मोदी ने कहा कि गरीबों के वोट लूटकर मतपेटियों से जिन्न निकलने का दावा करने का तिलिस्म टूटने से बौखलाए लोग ऑनलाइन चुनाव प्रचार के खिलाफ नरेशन गढ़ने में लग गए.

उपमुख्यमंत्री ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, 'जिन लोगों ने आईटी-वाईटी का मजाक उड़ाया, वे आज इसी आईटी-वाईटी के सहारे किसी अज्ञात स्थान या जेल से सोशल मीडिया पर सक्रिय हैं. इन लोगों ने आधार कार्ड और जन-धन खातों का भी विरोध किया, लेकिन इस कोरोना आपदा के समय आईटी से लैस इन खातों के जरिए करोड़ों गरीबों, महिलाओं और बुजुर्गों के हाथ तक पैसे पहुंचे.' उन्होंने आगे कहा कि चुनाव हो या सरकारी योजना, डिजिटल तरीका भ्रष्टाचार और धांधली रोकने वाला है, इसलिए घोटालेबाज हमेशा इसका विरोध करते हैं.

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