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RJD के वरिष्ट नेता शिवानंद तिवारी ने डिप्टी सीएम को लेकर दिया बड़ा बयान, उठाया ये सवाल

राष्ट्रीय जनता दल के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने राज्य में एक और डिप्टी सीएम पद को लेकर बड़ा बयान दिया है. शिवानंद तिवारी ने कहा कि यह व्यवहारिक नहीं है.

Updated on: 12 Jan 2023, 04:23 PM

highlights

  • शिवानंद ने डिप्टी सीएम पर दिया बयान
  • गठबंधन की सरकार का होता है फॉर्मूला
  • ज्यादा विधायक होने के बाद भी हमारा डिप्टी सीएम

 

Patna:

Shivanand Tiwari On Deputy CM of Bihar: राष्ट्रीय जनता दल के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने राज्य में एक और डिप्टी सीएम पद को लेकर बड़ा बयान दिया है. शिवानंद तिवारी ने कहा कि यह व्यवहारिक नहीं है. शिवानंद तिवारी ने कहा कि हमें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. इस तरह की कोई चर्चा चल रही है. इसके साथ ही शिवानंद तिवारी ने कहा कि लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार में जब समझौता हुआ तो, राजद के विधायकों की ज्यादा संख्या होते हुए भी नीतीश जी को मुख्यमंत्री बनाया गया और यह फैसला हुआ कि नीतीश जी ही सरकार का नेतृत्व करेंगे. नीतीश कुमार की पार्टी की विधायकों की संख्या 43-44 है और राजद विधायकों की संख्या 78-80 है.

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सबसे बड़ी पार्टी होने के बाद भी उपमुख्यमंत्री- शिवानंद तिवारी
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जो सबसे बड़ी पार्टी है, जिसका वोट प्रतिशत और विधायकों की संख्या ज्यादा है, मुख्यमंत्री उसकी पार्टी से नहीं है. एक उपमुख्यमंत्री है, जो छोटी पार्टी से है. यह व्यवहारिक नहीं लगता. अब उप मुख्यमंत्री की बात कहां से आई है, इसके बारे में कुछ नहीं कह सकते. लोकसभा और विधानसभा का चुनाव होने वाला है, उसमें भी उनकी मुख्य भूमिका होगी. 

उनका यह भी कहना था कि उपेंद्र कुशवाहा इस बारे में ऐसा क्यों कह रहे हैं, इसका जवाब मैं नहीं दे सकता. मेरी ना तो उनसे कोई बात है, ना मैंने उनसे कभी पूछा है कि आप ऐसा बार-बार क्यों कह रहे हैं? जो तार्किक बात है, सामने जो तथ्य है. उस तथ्य के अनुसार जो 78- 80 विधायक वाली पार्टी है, उसका एक डिप्टी सीएम बनेगा और जो 43- 44 वाली पार्टी है, उसका मुख्यमंत्री भी बनेगा और उपमुख्यमंत्री भी बनेगा. यह कहीं से व्यवहारिक नहीं है. कोई भी फार्मूला बनता है तो वह व्यवहारिक होता है.

विधायकों की संख्या से निधारित होती थी मंत्रियों की संख्या
इसके साथ ही शिवानंद तिवारी ने कहा कि नीतीश कुमार गठबंधन में हैं. इससे पहले भी वह बीजेपी के साथ गठबंधन में थे. गठबंधन में विधायकों की संख्या के अनुपात में मंत्रियों की संख्या निधारित होती थी. बीजेपी की संख्या ज्यादा थी तो उनके विधायकों व मंत्रियों की संख्या ज्यादा थी, नीतीश कुमार के मंत्रियों की संख्या कम थी. जो फार्मूला नीतीश कुमार बनाए हुए हैं.