logo-image

बलियावी के बयान पर बवाल, गिरिराज सिंह बोले-हिन्दुओं ने चूड़िया नहीं पहनी

जेडीयू के नेता गुलाम रसूल बलियावी के बयान में देश में तूफान ला दिया है. जेडीयू के नेता के लिए ना तो कोई संविधान मायने रखता है और ही कोई कानून.

Updated on: 20 Jan 2023, 03:50 PM

highlights

  • बलियावी का बयान... सियासी घमासान
  • JDU नेता के भड़काऊ बोल
  • RJD ने किया बयान से किनारा
  • बयान को लेकर बीजेपी JDU पर हमलावर

Patna:

जेडीयू के नेता गुलाम रसूल बलियावी के बयान में देश में तूफान ला दिया है. जेडीयू के नेता के लिए ना तो कोई संविधान मायने रखता है और ही कोई कानून. उनके लिए उनका रसूल ही सब कुछ है. देश के शहरों को कर्बला बना देने की धमकी देने वाले JDU नेता गुलाम रसूल बलियावी ने हजारीबाग में एक कार्यक्रम के दौरान मंच से विवादित बयानों की बौछार कर दी. बलियावी यही नहीं रुके उन्होंने मंच से मुसलमानों को जमकर भड़काया. बीजेपी की निष्काषित नेता नुपूर शर्मा के लिए अपमानजनक शब्द कहे और जब इससे भी मन नहीं भरा तो उन्होंने मुसलमानों के लिए अलग से एक्ट बनाने की मांग तक कर डाली.

बयान को लेकर बीजेपी JDU पर हमलावर

उनके भाषण का वीडियो जैसे ही सामने आया, सियासी गलियारों में हलचल तेज हो गई. एक तरफ जहां RJD ने साफ कर दिया है कि इस तरह के बयानों से पार्टी कोई नाता नहीं रखती, तो वहीं बीजेपी मामले को लेकर हमलावर हो गई है. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने इसको लेकर बड़ा बयान दे दिया है. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को धृतराष्ट्र तक कह दिया. वहीं, उन्होंने रामचरित मानस को लेकर कहा कि किसी टुकड़े टुकड़े गैंग में अगर हिम्मत है तो कुरान को लेकर टिप्पणी करके दिखाए. गिरिराज सिंह ने कहा कि हिंदुओं ने चूड़ियां नहीं पहनी है. यह हमारे पूर्वजों की गलती का नतीजा हैं क् आज टुकड़े टुकड़े गैंग इस प्रकार की बयान बाजी कर रहे हैं. यही ये सब पाकिस्तान चले गए होते तो ये दिन देखना न होता. उन्होंने सभी मुसलमानों को चुनौती देते हुए कहा कि हिन्दुओं ने चूड़िया नहीं पहनी हैं.

देश संविधान से चलेगा ना की जिहाद से

राजनीति से अलग हिंदू महासभा के अध्यक्ष चक्रपाणि महाराज ने कर्बला के बदले महाभारत की चेतावनी दे डाली. क्रपाणि महाराज ने जेडीयू नेता के बयान की निंदा की है. इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा देश संविधान से चलेगा ना की जिहाद से.

बवाल बढ़ने के बाद भी गुलाम रसूल बलियावी बड़ी बेशर्मी से अपनी बातों पर टिके रहे. इतना ही नहीं उन्होंने एक बार फिर शहरों को कर्बला बनाने की धमकी भी दी.

बलियावी के बयान पर अब बवाल शुरू हो गया है, लेकिन सियासी वार-पलटवार से इतर बात करें तो इस तरह की भाषा ना सिर्फ विवाद को जन्म देती हैं बल्कि देश के सौहार्द को भी नुकसान पहुंचा सकती है. बतौर जनप्रतिनिधि इतनी तो समझ होनी ही चाहिए कि इतने बड़े मंच से कुछ भी ऐसा बयान ना दिया जाए जिससे देश की एकता को ठेस पहुंचे.

यह भी पढ़ें : मानस-निंदा के विरुद्ध मंडल-कमंडल दोनों बीजेपी के साथ: सुशील मोदी