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Former RJD MLA Randhir Singh( Photo Credit : NewsState BiharJharkhand)
छपरा में जहरीली शराब से मौतों के मामले ने तूल पकड़ लिया है. बयानबाजी का दौर भी लगातार जारी है. विपक्ष सड़क से सदन तक सरकार को घेरते हुए आरोप लगा रही है कि शराबबंदी कानून के कारण ही छपरा में इतनी मौतें हुई हैं. बिहार विधानसभा में भी इस मामले को लेकर खूब हंगामा हो रह है. शराबबंदी कानून पर लगातार सवाल खड़े किये जा रहे हैं. वहीं, अब राजद के पूर्व विधायक रणधीर सिंह ने एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने दावा करते हुए कहा है कि प्रशासन ने 70 से 75 मौतों की पुष्टि की है जबकि असल में 150 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.
राजद के पूर्व विधायक ने कहा कि मैंने घर-घर जाकर मशरख - इसुआपुर प्रखंडो में दौरा किया. मृतकों के परिजन प्रशासन के दबाव और डर से बताने को राजी नहीं हैं. प्रशासनिक दवा 70 - 75 मौतों का है. जबकि उन्होंने दावा किया कि 150 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है, जो परिवार वाले डर से बताने को राजी नहीं है. कई लोगों ने प्रशासन के डर से शवों को बिना पोस्टमॉर्टम के ही जलाया दिया.
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उन्होंने कहा कि कुछ लोग मौतों पर राजनीति कर रहे हैं. मौतों पर राजनीति करने से बेहतर है परिवार वालों के साथ संवेदना व्यक्त करें, उनकी मदद करें, राजनीति नहीं करें. उन्होंने कहा कि शराब से मौत नहीं बल्कि जहरीली शराब से मौत हुई है. उन्होंने सरकार और प्रशासन से मांग की है कि आखिर यह शराब आई कहां से और उस शराब को छोटे-छोटे वेंडरों तक किसने पहुंचाया, ये गांव में शराब बेचने वाले कौन हैं, इसकी समुचित जांच हो और उनकी संपत्ति जब्त की जाए. उन्होंने ये भी कहा कि शराब बंदी सिर्फ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ही नहीं की बल्कि सभी दलों के नेताओं और पब्लिक की मांग पर इसे लाया गया था.
रिपोर्ट - बिपिन कुमार मिश्रा
HIGHLIGHTS
- राजद के पूर्व विधायक रणधीर सिंह का बड़ा बयान
- प्रशासन ने की 70 से 75 मौतों की पुष्टि
- 150 से ज्यादा लोगों की मौत : रणधीर सिंह
- परिवार वाले डर से बताने को राजी नहीं : रणधीर सिंह
Source : News State Bihar Jharkhand